लाइव टीवी

Noida Crime News: पेट दर्द की शिकायत लेकर परिजनों के साथ अस्पताल पहुंची युवती, शौचालय में दिया बच्चे को जन्म

Updated Jun 02, 2022 | 18:56 IST

Noida Crime News: नोएडा के सेक्टर 30 स्थित अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक युवती ने शौचालय में ही बच्चे को जन्म दे दिया। युवती पेट में दर्द की शिकायत को लेकर अस्पताल पहुंची थी।

Loading ...
युवती ने शौचालय में दिया बच्चे को जन्म (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
  • नोएडा के अस्पताल में शौचालय में बच्चे का जन्म
  • पेट दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल आई थी युवती
  • जच्चा और बच्चा सुरक्षित होने के बाद मिली छुट्टी

Noida Crime News: दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची एक युवती ने सरकारी अस्पताल के टॉयलेट में ही बच्चे को जन्म दे दिया। इस बात की खबर लगते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अस्पताल में तैनात महिला सुरक्षा गार्ड और कुछ स्वास्थ्यकर्मी शौचालय पहुंचे और युवती को वार्ड में भर्ती किया। इलाज करने के बाद दोनों मां और बच्चे को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई। साथ ही अस्पताल की ओर कहा जा रहा है कि इस मामले में पुलिस को भी सूचित कर दिया गया था। हालांकि, पुलिस का कहना है कि अभी तक कोई ऐसी सूचना नहीं मिली है। 

मिली जानकारी के अनुसार, नोएडा के सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल में उस समय सनसनी फैल गई, जब पेट दर्द की शिकायत का इलाज कराने आई एक युवती ने अस्पताल के शौचालय में ही एक बच्चे को जन्म दे दिया। बच्चे की रोने की आवाज सुनकर वार्ड में तैनात महिला सुरक्षा गार्ड और स्वास्थ्यकर्मी शौचालय में पहुंचे और बच्चे और छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया दिया। जच्चा और बच्चा के हालत में सुधार होने के बाद दोनों को डिस्चार्ज कर दिया गया। 

मां और भाई के साथ पहुंची थी युवती

सीएमएस डॉ विनीता अग्रवाल ने बताया कि 30 मई को तीन बजे के करीब एक युवती अपनी मां और भाई के साथ अस्पताल पेट में दर्द की शिकायत को लेकर आई थी। उसे जांच के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास भेजा गया। इसी दौरान युवती की पीड़ा बढ़ गई तो उसके परिजन उसे शौचालय में ले गए, जहां उसने प्रसव पीड़ा के बाद एक लड़के को जन्म दिया। 

महिला सुरक्षा गार्ड और स्वास्थ्यकर्मी ने सुनी बच्चे की आवाज

युवती और उसके परिजनों ने यह बात छुपाने की कोशिश की लेकिन बच्चे की रोने की आवाज आने की बाद बगल के ओपीडी वार्ड में तैनात महिला सुरक्षा गार्ड और स्वास्थ्यकर्मी आनन-फानन में शौचालय में पहुंचे और मां और बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टर ने दोनों का इलाज शुरू कर दिया और हालत में सुधार होने के बाद दोनों को डिस्चार्ज कर दिया। 

परिजनों ने घर का पता बताने से किया इनकार

सीएमएस डॉ विनीता अग्रवाल ने बताया की डिलीवरी के बाद युवती को अस्पताल में ही भर्ती कराया गया, लेकिन युवती और उसके परिवार वाले अपना सही पता देने से इनकार करते रहे। जब कड़ाई से उनसे पूछताछ की गई तो युवती का आधार कार्ड दिखा कर पते की जानकारी दी। सीएमएस डॉक्टर विनीता का कहना था कि इसकी सूचना सेक्टर 20 कोतवाली पुलिस को दे दी गई थी।  लेकिन कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार का कहना है कि उनको ऐसी कोई सूचना अब तक नहीं मिली है। अगर सूचना मिलेगी तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।