- विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे छात्र
- स्कूल में बिजली का कनक्शेन खराब, बिजली बिल भी जमा नहीं
- स्कूल में हैं खंडहर कमरे जिनके गिरने से हो सकता है हादसा
Noida School Electricity: अभी गर्मी के महीने आने बाकी हैं और मार्च में ही सूरज ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। बिना पंखे के एक पल भी बैठना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में देश की राजधानी से सटे नोएडा के मोरना स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल में पिछले 2 साल से बिजली गायब है। विद्यालय की प्रिंसिपल शांति पांडेय ने बताया कि, स्कूल में बिजली का जो कनेक्शन है उसकी वायरिंग खराब हो गई है जिस कारण बच्चे बिना बिजली के पढ़ाई कर रहे हैं। बिजली का बिल भी नहीं भरा गया है।
शांति पांडेय ने आगे कहा कि, कोरोना के बाद से ही ऐसी स्थिति बनी हुई है। बिजली न होने से पंखे भी नहीं चल रहे हैं जिस वजह से गर्मी में छात्र समेत टीचर्स पसीना-पसीना हो जाते हैं। स्कूल में एक प्राइमरी की और दूसरी जूनियर विद्यालय की दो बिल्डिंग बनी हुई हैं। प्राइमरी विद्यालय में 663 छात्र तो जूनियर विद्यालय में 382 विद्यार्थी शिक्षा हासिल कर रहे हैं।
कई बार की है शिकायत
प्रधानाचार्य ने बताया कि, दो साल पहले तक विद्यालय में बिजली आती थी लेकिन दो साल से बिजली नहीं आ रही है। कई बार बेसिक शिक्षा विभाग को शिकायत की है और विभाग ने प्राधिकरण को पत्र भी लिखा है कि, बिजली के कनेक्शन में जो समस्या है उसे ठीक किया जाए लेकिन प्राधिकरण द्वारा कुछ काम नहीं किया गया है। प्रिंसिपल शांति पांडेय ने बताया कि, पिछले महीने भी प्राधिकरण को पत्र लिखा गया है कि बिजली दी जाए और विद्यालय में कुछ खंडहर कमरे हैं उन्हें ठीक किया जाए। व्हाइटवॉश को लेकर भी शिकायत की गई है लेकिन अभी तक काम नहीं हुआ है। खंडहर कमरें कभी भी गिर सकते हैं और बड़ा हादसा हो सकता है।
कुछ स्कूलों में बिजली कटी है
एबीएसए बिसरख यशपाल सिंह ने बताया कि, कुछ विद्यालयों में बिजली कटी है क्योंकि बिल जमा नहीं हुआ था। बिल जमा करने की जिम्मेदारी प्राधिकरण की है। जब तक बिल जमा नहीं होगा तब तक बिजली नहीं लौटेगी और बच्चे गर्मी में ही पढ़ते रहेंगे।