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Noida Child PGI: नोएडा चाइल्ड पीजीआई में लगी मरीजों की भीड़, गर्मी की चपेट में रोज 100 से ज्यादा बच्चे

Updated May 13, 2022 | 23:25 IST

Noida Child PGI: नोएडा चाइल्ड पीजीआई में रोज 100 से ज्यादा बच्चे एडमिट किए जा रहे हैं। बढ़ती गर्मी के कारण बच्चे हीटवेव की चपेट में आ रहे हैं। डिहाइड्रेशन या पानी की कमी के कारण बच्चे बीमार पड़ रहे।

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नोएडा चाइल्ड पीजीआई में हो रहे रोज 100 से ज्यादा बच्चे एडमिट
मुख्य बातें
  • नोएडा चाइल्ड पीजीआई में रोज 100 से ज्यादा बच्चे एडमिट
  • चाइल्ड पीजीआई में लगी मरीजों की भीड़
  • गर्मी से बीमारी के कारण बच्चे हो रहे एडमिट

Noida Child PGI: गर्मी का मौसम आते ही बच्चे हीटवेव के कारण बीमारी की चपेट में आने लगते हैं। अस्पतालों के बाहर बीमार बच्चों की लाइनें नजर आती हैं। अक्सर गर्मी के मौसम में बच्चे लू की चपेट में आ जाते हैं। इसके अलावा डायरिया उल्टी दस्त डिहाइड्रेशन पानी की कमी होना ऐसी तमाम बीमारियां हैं, जो गर्मियों के मौसम में बच्चों को परेशान करती हैं। ऐसे में अगर बात नोएडा के चाइल्ड पीजीआई की करें तो यहां भी हर रोज करीब 120 बच्चे ओपीडी में आ रहे हैं। लगातार मरीजों की संख्या अस्पतालों में तेजी से बढ़ रही है।

चाइल्ड पीजीआई के डायरेक्टर डॉक्टर अजय सिंह के मुताबिक हर रोज 120 से 130 बच्चे हमारे यहां आ रहे हैं, जिसमें से 20 से 25 बच्चे सीरियस कंडीशन में होते हैं। उनको एडमिट भी करना पड़ता है। डॉ अजय ने बताया कि बच्चों के इलाज के लिए यहां सभी चीजें मुहैया कराई जा रही हैं और बच्चों को एक ऐसा माहौल दिया जा रहा है, जिससे वह जल्दी ठीक हो सकें।

गर्मी से ऐसे बचें

गर्मी होने के कारण लगातार बच्चे बीमार हो रहे हैं। डॉक्टरों का भी साफ तौर पर कहना है कि  जरूरी काम हो तक ही घर से बाहर निकलें, अन्यथा घर के अंदर ही रहना सही है। गर्मियों में इन बीमारियों से कैसे बचा जा सकता है, इस पर डॉ अजय सिंह बताते हैं कि माता—पिता को खास ध्यान देना होगा, बच्चों को धूप में खेलने ना दें। समय-समय पर उनको शिकंजी पिलाते रहे। पौष्टिक खाना खिलाएं, फ्रेश फल ही बच्चों को खिलाएं कटे हुए फल ना दें और बच्चों की सेहत का ध्यान रखें। डॉक्टर अजय सिंह कहते हैं कि अगर इस मौसम में बच्चों पर ध्यान नहीं दिया तो गर्मियों में कई बीमारियां बच्चों को चपेट में लेती हैं और कई बच्चे सीरियस कंडीशन में भी चले जाते हैं जिनकी हालत और खराब हो जाती है।