- वर्क फ्रॉम होम का ऑफर देकर जालसाजों ने की ठगी
- नोएडा के कोतवाली सेक्टर-113 का है मामला
- नोएडा में पहले भी सामने आए हैं ऑनलाइन ठगी के कई मामले
Noida News: नोएडा के सेक्टर-117 में रहने वाली एक युवती को वर्क फ्रॉम होम का ऑफर देकर साइबर जालसाजों ने 1.77 लाख रुपये की ठगी की है। ठगों ने खुद को एचआर मैनेजर बताकर इस ठगी की घटना को अंजाम दिया है। इस तरह के जालसाजी के मामले नोएडा में लगातार हो रहे हैं। ऑनलाइन ऑफर देकर बेरोजगार युवक-युवतियों को झांसे में लेकर ठग लगातार इन्हें शिकार बना रहे हैं।
बता दें कि नोएडा में हजारों कंपनियां व फैक्ट्रियां हैं। ऐसे में बीटेक, एमबीए, बीबीए, एमसीए समेत अन्य तरह के डिग्री वाले युवक-युवतियां ऑनलाइन साइट पर अपना बायोडाटा अपडेट करते रहते हैं। इन्हीं वेबसाइट से शातिर ठग मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी से लेकर अन्य कई तरह की जानकारी जुटा लेते हैं। इसके बाद संपर्क कर ठगी का शिकार बनाते हैं।
ऐसे ठगी का शिकार हुई युवती
मिली जानकारी के अनुसार यूपी साइबर क्राइम के एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया है कि साइबर ठग युवक-युवतियों से फर्जी फार्म भरवाने के समय ही रजिस्ट्रेशन व अन्य शुल्क के नाम पर पैसे ऑनलाइन तरीके से मंगवाने लगते हैं। इस तरह की शिकायतें नोएडा और ग्रेटर नोएडा से अधिक मिल रही हैं। इस मामले में जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि कोतवाली सेक्टर-113 में राधेश्याम अग्रवाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि उनकी बेटी के साथ घर बैठे नौकरी दिलाने के नाम पर 1.77 लाख रुपये ठगने की घटना हुई है। पीड़िता के पिता ने बताया कि ठगों ने झांसे में लेने के बाद रजिस्ट्रेशन के नाम पर बेटी के पास एक लिंक भेजा था। इस लिंक के जरिए करियर संबंधी जानकारी और दो हजार रुपये देने के लिए कहा था। जैसे ही युवती ने लिंक पर क्लिक किया तो उसके खाते से रकम निकल गई। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
साइबर ठग करते हैं ये काम
साइबर एक्सपर्ट का मानना है कि साइबर ठग ऑनलाइन जॉब पोर्टल पर शिकार ढूंढते हैं। बता दें कि वहां से बेरोजगार युवक-युवतियों की जानकारी उन्हें आसानी से मिल जाती है। इसके लिए साइट से जॉब तलाशने वालों की प्रोफाइल निकाली जाती है। इन सभी को एसएमएस भेजना शुरू किया जाता है। ठगी करने वाले खुद को जॉब कंसलटेंट बताया करते हैं और फर्जी वेबसाइट व ऑफिस की जानकारी देते हैं। फिर युवक-युवतियों से वॉलेट या बैंक ट्रांसफर के जरिये रजिस्ट्रेशन फीस जमा करवा लिया जाता है। ऑनलाइन या टेलीफोन से इंटरव्यू कर लेते हैं और शातिर ठग फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर बनाकर भेज देते हैं।