- अप्रैल 2022 में सबसे ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आईं
- दो दिन पहले सीएमओ दफ्तर में लगी थी आग
- चलती गाड़ियां पकड़ रही आग, सीएनजी कारों में ज्यादा परेशानी
Noida Fire News: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पिछले कुछ दिनों में आग लगने की घटना काफी ज्यादा सामने आई हैं। दो दिन पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी के दफ्तर में आग लगी थी। जिसमें काफी महत्वपूर्ण कागजात जलकर राख हो गए थे। अगर पिछले कुछ सालों का आंकड़ा निकाला जाए तो इस साल अप्रैल महीने में सबसे ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं।
बीते 22 दिन में 256 स्थानों पर आग लगी। गौतमबुद्ध नगर अग्निशमन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 1 अप्रैल, 2022 से लेकर 22 अप्रैल 2022 तक जनपद में 256 स्थानों पर आग लगी है। यह सभी वे घटनाएं हैं, जहां पर अग्निशमन विभाग की गाड़ियां पहुंचीं। वैसे कुछ घटनाएं ऐसी भी हैं, जहां पर फायर ब्रिगेड को जानकारी नहीं दी गई और लोगों ने खुद आग पर काबू पा लिया।
दो दिन पहले सीएमओ दफ्तर में लगी थी आग
गौतमबुद्ध नगर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि 1 अप्रैल से लेकर 22 अप्रैल तक जिले में 256 स्थानों पर आग लगने की सूचनाएं प्राप्त हुई थीं। जिन पर अग्निशमन विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए काबू पाया। इनमें काफी बड़े हादसे भी हैं। 2 दिन पहले सीएमओ दफ्तर में भी आग लगी थी। जिसमें करीब एक दर्जन फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंचीं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर राह चलते वाहनों में आग लगने की घटना सबसे ज्यादा हुई हैं।
फायर विभाग ने किया मॉकड्रिल
अरुण कुमार ने बताया कि आग लगने के कारण नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग स्थानों पर लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि जनपद में आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम ने एक अभियान चलाया। जिसमें आम आदमी को बताया गया कि अचानक लगी हुई आग को कैसे काबू किया जाए। यह मॉकड्रिल नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अस्पतालों, मॉल और मार्केट में किया गया। शासन के आदेश पर इस अभियान का नाम 'अग्निशमन सुरक्षा सप्ताह' रखा गया और इसे पूरे उत्तर प्रदेश में चलाया गया।
हाईराइज सोसाइटी में आग लगने का प्रमुख कारण
हाईराइज सोसाइटीज में आगजनी की काफी घटनाएं सामने आई हैं। सबसे ज्यादा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आग लगने की सूचना प्राप्त हुईं। अधिकतर देखा गया है कि शॉर्ट सर्किट और बंद कमरे में आग लगने की घटना हुई। इसको लेकर अग्निशमन विभाग की टीम लगातार लोगों को जागरुक कर रही है। उन्होंने बताया कि इसमें एक और मुख्य कारण यह भी है कि गर्मी काफी ज्यादा बढ़ गई है। भीषण गर्मी की वजह से आग की घटना ज्यादा होती हैं। दो दिन पहले नोएडा में एक लग्जरी गाड़ी में बीच सड़क पर आग लग गई थी। उसमें यह बताया गया था कि गर्मी के कारण गाड़ी का इंजन ज्यादा गरम हो गया। पहले चिंगारी निकली और फिर तेजी के साथ आग लग गई।
हमारी लापरवाही भी एक कारण
अरुण कुमार ने बताया कि लोगों को ना केवल घर बल्कि, अपने वाहनों का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। अधिकतर देखा गया है कि लोग अपने वाहनों की फिटनेस नहीं रखते हैं। जिसकी वजह से उसमें दिक्कत आ जाती हैं। गर्मी के मौसम में इंजन गर्म हो जाता है और वाहनों में आग लग जाती है। अधिकतर यह भी देखा गया है कि सीएनजी के वाहनों में ज्यादा आग लगती है। जिसका मुख्य कारण माना जाता है कि लोग अपने वाहनों में सीएनजी लगवाने के बाद उसकी फिटनेस पर ठीक से ध्यान नहीं दे पाते, जिसकी वजह से हादसा होता है।