- वैशाली जिले के एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री मुकेश सहनी के भाई
- सवाल पूछने पर बोले- मंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल हुआ
- विपक्ष ने नीतीश कुमार सरकार पर उठाए सवाल
पटना। वैशाली जिले में एक सरकारी कार्यक्रम में मंत्री मुकेश सहनी को शामिल होना था, हालांकि वो कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके। अब आप सोच रहे होंगे कि मंत्री जी के ना आने से सरकारी कार्यक्रम की कोई दूसरी तिथि घोषित हुई होगी। कायदे से हर किसी के दिमाग में यही विचार आएगा। लेकिन आप गलत हैं, सरकारी कार्यक्रम को रोका नहीं गया बल्कि भव्यता से संपन्न हुआ। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि जब मंत्री जी नहीं आ सके तो कार्यक्रम कैसे संपन्न हो सका तो इस सवाल का जवाब यह है कि मंत्री मुकेश सहनी के भाई ने संतोष कुमार सहनी मंत्री जी की जगह खुद उद्धाटन में शामिल हुए।
सरकारी कार्यक्रम में मंत्री जी के भाई हुए शामिल
मंत्री जी के भाई के शामिल होने पर विपक्षियों ने बवाल काटा तो उसका जवाब भी आया। संतोष कुमार सहनी ने जिस तरह से सफाई दी वो बेहद दिलचस्प सफाई दी। वो कहते हैं उनके भाई यानी मंत्री जी व्यस्त थे, इसलिए मैं उसके प्रतिनिधि के रूप में आया था कहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो जानते हैं कि किन लोगों को यह सब रास नहीं आ रहा है। जो सत्ता से दूर जा चुके हैं उन्हें यह सब बर्दाश्त नहीं हो रहा है। उन्होंने किसी भी नियम कायदे को नहीं तोड़ा है।
नीतीश कुमार ने क्या कहा
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो ये चौंकाने वाली बात है। इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए। वो खुद इस मामले को देखेंगे। बता दें विपक्ष ने मंत्री मुकेश सहनी के इस्तीफे के साथ साथ उनके भाई की गिरफ्तारी और मौजूद अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
मुकेश सहनी की सफाई
बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि मैं विधानसभा सत्र के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका। मेरे भाई ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में भाग लिया लेकिन उन्हें भेजने का कोई इरादा नहीं था। वह मुझे प्राप्त करने के लिए गए थे क्योंकि पार्टी अध्यक्ष के लिए उपस्थित होना महत्वपूर्ण है। मुझे यकीन है कि यह फिर से नहीं होगा।
विपक्ष ने उठाए सवाल
विपक्ष का कहना है कि आप नीतीश कुमार सरकार में इससे भी बुरे दिन देखने के लिए तैयार रहिए। जो शख्स खुद बैसाखी पर सरकार चला रहा हो उससे आप अनुशासन की उम्मीद कैसे कर सकते हैं। नीतीश जी सरकार बनाने और बचाने के लिए आंखें मूंदे हुए हैं और उसका असर नजर आ रहा है। राज्य में कानून व्यवस्था की हालत किसी से छिपी नहीं है। जब किसी तरह से सत्ता में बने रहने की लत लग जाती है तो इसी तरह के नजारे दिखाई देते हैं।