- राबड़ी देवी के आवास पर हो रही है महागठबंधन के नेताओं की बैठक
- चुनाव में 75 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरा है राष्ट्रीय जनता दल
- बैठक में हार के कारणों पर होगी समीक्षा, सरकार को घेरने की रणनीति भी होगी तैयार
पटना : बिहार का चुनाव जीतने के बाद एनडीए के दलों में जहां भावी सरकार के स्वरूप पर चर्चा होने लगी है तो वहीं चुनाव में कड़ी टक्कर देने वाले महागठबंधन भी अपनी तैयारी में जुट गया है। पटना में गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर राजद एवं महागठबंधन के अन्य दलों के नेताओं की बैठक हो रही है। इस बैठक में विधानसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा की जाएगी। बैठक में शामिल होने के लिए राजद नेता एवं राज्यसभा सदस्य मनोज झा भी पहुंचे हैं।
नीतीश सरकार को घेरने पर बनेगी रणनीति
समझा जाता है कि इस बैठक में राज्य में नीतीश सरकार को घेरने के लिए रणनीति पर भी चर्चा होगी। इस चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) इस चुनाव में 75 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरा है। सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार दिवाली के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
महागठबंधन को मिली हैं 110 सीटें
मंगलवार को आए चुनाव नतीजों में महागठबंधन को 110 सीटों पर जीत मिली है। एनडीए और महागठबंधन के बीच काउंटिंग के अंतिम दौर तक कांटे का टक्कर देखने को मिली। आज की बैठक के बाद महागठबंधन कोई बयान भी जारी कर सकता है।
सबसे बड़े दल के रूप में उभरा है राजद
पिछले चुनाव में राजद ने 80 सीटें जीती थीं। इस बार उसे 75 सीटें मिली हैं। चुनाव विश्लेषकों की राय है कि महागठबंधन को जीत दिलानेके लिए का मानना है कि इस चुनाव में तेजस्वी यादव ने काफी मेहनत की और काउंटिंग के अंतिम समय तक जिस तरह से दोनों गठबंधनों के बीच नजदीकी मुकाबला देखने को मिला, वह इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में तेजस्वी एक परिपक्व एवं मजबूत नेता के रूप में उभरेंगे।