- बिहटा में बालू घाट पर दो गुटों में जमकर गोलीबारी
- एक दर्जन से अधिक पोकलेन मशीनों को किया आग के हवाले
- पुलिस मामले की छानबीन में जुटी
Patna News: पटना जिले के बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद बालू घाट पर अवैध बालू खनन के वर्चस्व को लेकर के दो गुटों में जमकर गोली चली। वहीं अवैध रूप से खनन कर रहे लगभग 15 पोकलेन मशीनों को आग के हवाले कर दिया गया। इस घटना के बाद बालू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि उक्त घाट पर दिन-रात लगातार अवैध बालू खनन का खेल जारी है। इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन इससे अंजान बना बैठा है।
बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। इसके पहले भी अवैध खनन में लगी पोकलेन मशीनों को कई बार आग के हवाले किया गया था। दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में पटना के इस घाट पर अक्सर गोलीबारी और हत्या भी होती रहती है।
पुलिस प्रकरण की जांच में जुटी
बता दें कि मंगलवार को गोलीबारी हुई है। एक दर्जन से ऊपर पोकलेन मशीनों को वर्चस्व की लड़ाई को लेकर के आग लगा दिया गया है। इस घाट पर जाना भी जान जोखिम में डालने के बराबर है। अवैध खनन करने वाले दबंग दिन-रात बालू का अवैध खनन करवाते हैं। फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। बिहटा के थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया है कि उन्हें गोलीबारी की सूचना मिली है। पूरे प्रकरण की छानबीन की जा रही है।
फिल्मों जैसी गोलीबारी की होती हैं घटनाएं
बता दें कि स्थानीय लोगों का कहना है कि पटना के इस इलाके में कानून नहीं सरगनाओं का जंगलराज चलता है। आनाकानी करने पर सिनेमा के जैसे गोलियों की बौछार शुरू हो जाती है। इस वर्चस्व की जंग में पटना, भोजपुर, छपरा आदि के माफिया आमने सामने हो जा रहे हैं। अगर समय रहते प्रशासन बिगड़ती स्थिति को काबू नहीं करेगा तो यह भयानक रूप ले सकता है। बता दें कि सोन नदी के दियारा इलाके में बिहटा प्रखंड के अमानबाद मौजे में स्थित करीब 323 एकड़ भूमि का एक बालू खनन का लैंड बनाया गया है, जिसका साइड इलाका पटना और भोजपुर है। दो जिलों की सीमा होने के कारण बालू माफिया इसका फायदा उठाते हैं। दोनों जिलों की पुलिस एक-दूसरे की सीमा बताकर वहां जाने से मना कर देती है।
दहशत का इलाका नो मेंस लैंड
बता दें कि पुलिस दियारा क्षेत्र में जाने से इनकार कर देती है। इसका फायदा बालू माफियाओं को भरपूर मिल जाता है। कई एकड़ में फैले इस इलाके को बालू माफियाओं ने नो मेंस लैंड का नाम दे दिया है। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार इस एरिया में दो गुटों के आतंक की तूती बोलती है। हत्या से लेकर पुलिस कप्तान तक पर भी गोलीबारी की पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं।