

पटना: भारी बारिश (heavy rains) से आई बाढ़ (floods) बिहार के कई जिलों में तबाही मचा दी है। खासकर के राजधानी पटना का हाल बेहाल है। घरों, दुकानों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशनों और करीब-करीब हर जगह पानी-पानी है। लोगों का जीवन मुश्किलों से भर गया है। बीते 24 घंटों के दौरान 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई लोग जख्मी हो गए। राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार इससे निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
मोदी सरकार के मंत्री और पटना साहिब से लोकसभा सांसद रविशंकर प्रसाद (Ravishankar Prasad) ने कहा कि मैंने अपने विधायकों और अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं। मुझे सूचित किया गया है कि फरक्का बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं और कोल इंडिया से बड़े पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। एनडीआरएफ ने सूचित किया है कि नावें पर्याप्त हैं। उन्होंने कहा कि एक हेलीकॉप्टर पहुंच गया है और दूसरा गोरखपुर से राहत सामग्री प्रदान करने के लिए आएगा। पटना और बिहार के लोगों के लिए जो भी हम कर सकते हैं वह करेंगे। हम उनके साथ सहानुभूति रखते हैं।
पटना के खगौल दानापुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी गेट के समीप भारी बारिश के कारण एक ऑटोरिक्शा पर पेड़ गिर जाने से उसमें सवार डेढ़ साल की एक बच्ची और तीन महिलाओं की मौत हो गई। भागलपुर जिला के बरारी में दीवार ढह जाने से रविवार को मलबे के नीचे दबकर छह लोगों की मौत हो गई जबकि एक अन्य व्यक्ति जख्मी हो गया।
गया जिला में दीवार गिरने से पांच लोगों और एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई है। कैमूर जिला में लगातार तीन दिनों से बारिश के कारण दो जगहों पर मिट्टी के मकानों की दीवार गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। कैमूर के भभुआ थाना अंतर्गत डुमरैथ गांव में मिट्टी के घर की दीवार गिरने से पुलिस चौधरी के छह वर्षीय पुत्र शिवम की मौत हो गई।
बेगूसराय जिला में दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए। जमुई जिला में डूबने से और पूर्णिया जिला में दीवार गिरने से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है।