पटना : बिहार में मुख्य विपक्षी दल आरजेडी ने सोमवार को स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती समारोह का आयोजन किया, जिसमें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद भी दिल्ली से ऑनलाइन तरीके से जुड़े। लंबे समय बाद ऐसे किसी कार्यक्रम में उनका संबोधन हुआ है, जिससे आरजेडी के नेताओं व कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है।
आरजेडी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि देश आज आर्थिक संकट से जूझ रहा है और एक वर्ग सत्ता के लिए सामाजिक ताने-बाने पर को तोड़ने का काम कर रहा है। अयोध्या के बाद अब मथुरा जैसे नारे दिए जा रहे हैं। आखिर ऐसे लोग देश में क्या चाहते हैं? उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने के लिए काम करें।
उठाया महंगाई, बेरोजगारी का मसला
केंद्र व बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए लालू यादव ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के साथ महंगाई, बेरोजगारी ने लोगों की कमर तोड़ दी है। महंगाई, बेरोजगारी के कारण देश कई साल पीछे चला गया है। जहाज, रेल को औने-पौने दाम में बेचा जा रहा है। उन्होंने भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर भी बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोला और कहा कि उनकी पार्टी पीछे हटने वाली नहीं है, वे मिट जाएंगे लेकिन टूटेंगे नहीं।
लालू यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी के गठन से लेकर आजतक वह संघर्ष जारी है, जो समाजवादियों ने छेड़ा था। उन्होंने कहा कि बीता विधानसभा चुनाव उनकी अनुपस्थिति में हुआ। वह इससे जुड़ नहीं पाए और इसका उन्हें मलाल है। उन्होंने कहा कि रामकृष्ण हेगड़े के परामर्श से पार्टी का नाम राष्ट्रीय जनता दल रखा गया था। पार्टी स्थापना के समय से ही संघर्ष कर रही है।
तेजस्वी का नीतीश, बीजेपी पर निशाना
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने भ्रष्टाचार और तमाम मोर्चे पर विफलताओं को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला तो यह भी कहा कि चुनाव में वास्तव में जेडीयू चौथे नंबर की पार्टी होती, लेकिन चुनाव आयोग की वजह से वह तीसरे नंबर की पार्टी बनी। वहीं, बीजेपी को लेकर उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी पार्टी के पास मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा तक नहीं था।
तेजस्वी ने कहा कि लालू प्रसाद ने अपने कार्यकाल के दौरान सामाजिक न्याय के लिए जो कुछ भी किया, वही असली न्याय है। तेजस्वी यादव ने रेलवे मंत्री के तौर पर लालू प्रसाद के कार्यकाल को याद किया और कहा कि किस तरह उन्होंने 90 हजार करोड़ रुपये का मुनाफा रेलवे को अपने कार्यकाल में दिलाया। उन्होंने आरजेडी को A टू Z पार्टी करार दिया।
पेट्रोल की बढ़ती कीमतों और महंगाई को लेकर उन्होंने मौजूदा केंद्र सरकार पर निशाना साधा। आरजेडी नेता ने जीएसटी, नोटबंदी के फैसलों का जिक्र करते हुए बीजेपी, आरएसएस पर निशााना साधते हुए कहा कि ये सब फेल गए। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार की जनता ने 2020 के चुनाव में जो जनादेश दिया था, वह महागठबंधन के पक्ष में था, लेकिन चुनाव आयोग ने फैसला अलग दिया।
तेज प्रताप ने खुद को बताया कृष्ण
कार्यक्रम को तेज प्रताप यादव ने भी संबोधित किया, जो स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली को लेकर बिहार की मौजूदा नीतीश सरकार पर जमकर बरसे। इस दौरान आरजेडी नेता ने यह भी कहा कि जब-जब तेजस्वी को घेरा जाएगा, वह कृष्ण की तरह उसकी रक्षा के लिए खड़े रहेंगे।
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवाारी, मनोज झा सहित आरजेडी नेताओं ने मंच से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आरजेडी ने 25 साल के इतिहास में गरीबों को सम्मान से जीने के लिए मौका दिया। नीतीश कुमार बिहार को नहीं संभाल सकते हैं।