- एलजेपी के पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह ने चिराग पर लगाए गंभीर आरोप
- निजी कंपनी की तरह पार्टी को चला रहे हैं चिराग पासवान- केशव सिंह
- पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से लोजपा ने केशव सिंह को किया निष्कासित
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से नाता तोड़कर अपने बूते पर चुनाव लड़ने वाली चिराग पासवान की लोकजन शक्ति पार्टी में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और पार्टी के अंदर बगावती सुर उठने लगे हैं। लोजपा के पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह ने दावा किया है कि पार्टी में अगले साल जनवरी तक दोफाड़ हो जाएंगे। केशव सिंह को फिलहाल लोजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
पार्टी में लोकतंत्र खत्म
केशव सिंह ने चिराग पासवान पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में आतंरिक लोकतंत्र खत्म हो गई है। उन्होंने कहा, 'जिस तरह से राम विलास पासवान ने पार्टी चलाई थी उसके उलट चिराग पासवान एक निजी कंपनी की तरह पार्टी चला रहे हैं। अपने निजी सहायक के माध्यम से चला रहे हैं ना पार्टी में किसी सांसद से राय ली जाती, ना विधायक से राय ली जाती है, ना किसी पदाधिकारी से राय ली जाती है। यहां तक कि पार्टी में जो वन मैन शो कर रहे हैं उसे लोजपा का स्वाभिमानी कार्यकर्ता कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।'
इस्तीफा दें चिराग
'तमाम सांसद और विधायक अपने को उपेक्षित कर रहे हैं। तमाम नेताओं ने बैठक की है जिसमें यह सहमति बनी है कि जनवरी के तीसरे सप्ताह, यानि खडमास समाप्त होने के बाद लोकजनशक्ति पार्टी से अलग होकर लोजपा रामविलास गुट बनाएंगे। चिराग पासवान ने चुनाव में पार्टी का भट्टा बिठा दिया। ऐसे में हमारी मांग है कि चिराग पासवान पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दें, नहीं तो हम लोग अलग कदम उठाने को विवश होंगे।'
केशव सिंह द्वारा की जा रही बयानबाजी की वजह से चिराग पासवान ने पूर्व प्रदेश महासचिव को लोक जनशक्ति पार्टी से तत्काल प्रभाव से प्राथमिकता सदस्यता से 6 वर्षों के लिए निष्कासित किया है।