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artificial heart: पटना के डॉक्टर्स ने किया कमाल, अब सीने में धड़केगा आर्टिफिशियल दिल, होगी ऑक्सीजन की आपूर्ति

Updated Jun 08, 2022 | 12:42 IST

Patna Hospitals: पटना में सरकारी अस्पतालों में लगातार अत्याधुनिक इलाज एवं उपकरण बढ़ रहे हैं। अब यहां कृत्रिम हृदय से ऑक्सीजन की आपूर्ति होगी। इसके अलावा बेड पर ही इलाज से संबंधित कई सुविधाएं मिलेंगी। इसकी शुरुआत मंगलवार से हो चुकी है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
आईजीआईसी में इस बीमारी का भी इलाज
मुख्य बातें
  • आईजीआईसी के नए भवन का हुआ उद्घाटन, पहले दिन 11 मरीज इमरजेंसी में हुए भर्ती
  • कैथलैब में एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी भी की गई
  • नए भवन में 256 बेड, हर बेड पर लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम, बीपी, ऑक्सीजन-पल्स रेट मॉनिटरिंग मशीन

IGIC: पटना में अशोक राजपथ स्थित इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कॉर्डियोलॉजी (आईजीआईसी) के नए भवन का लोकार्पण हो गया है। मंगलवार को नए भवन में मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। इस दिन इमरजेंसी में 11 मरीज भर्ती हुए। कैथलैब में एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी भी की गई। यहां कृत्रिम हृदय मेंं भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की सुविधा होगी। इसके लिए अत्याधुनिक मशीन लगाई गई है। यह मशीन पूरे बिहार में सिर्फ इस अस्पताल में है। 

यह एंजियोप्लास्टी सातवें फ्लोर पर स्थित अत्याधुनिक लैब में की गई। इस बारे में अस्पताल के निदेशक डॉ. सुनील कुमार का कहना है यह भवन नौ मंजिला है और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। पहली बार मरीजों को इक्मो और सिटी एंजियोग्राफी की सुविधा मिलेगी। 

सभी वार्ड एसी, मरीजों के लिए निशुल्क भर्ती

अस्पताल निदेशक के अनुसार सभी वार्डों में एसी लगे हुए हैं। इसके लिए किसी मरीज से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा। कुल 256 बेड हैं। हर बेड पर लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम, बीपी, ऑक्सीजन, पल्स रेट मॉनिटरिंग मशीन लगाई गई है। अत्याधुनिक टीपीआई लैब भी बन रही है। इसमें मरीजों को 24 घंटे पैथोलॉजी जांच की सुविधा मिलेगी। 

बच्चे के दिल के छेद के इलाज के लिए दूसरे शहर जाने की जरूरत नहीं

अस्पताल के शिशु हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बीके सिंह का कहना है कि अत्याधुनिक मशीनें आने से अब बच्चों के दिल में छेद जैसी बीमारी के लिए अहमदाबाद या दूसरे शहर जाने की जरूरत नहीं रहेगी। यहां अहमदाबाद से डॉक्टरों की टीम बुलाकर बच्चों का ऑपरेशन कराया जाएगा। 
अस्पताल निदेशक के मुताबिक बिहार का पहला अस्पताल है, जहां एंजियोग्राफी मशीन लगी है। वहीं, देश भर में सिर्फ पांच संस्थानों में ही इतनी क्षमता वाली सिटी एंजियोग्राफी मशीन लगी है। इस मशीन की कीमत 10 करोड़ रुपए है। 

रजिस्ट्रेशन के लिए छह काउंटर

अस्पताल में आयुष्मान कार्डधारकों और मुख्यमंत्री सहायता निधि के मरीजों के लिए एक अलग काउंटर बनवाया गया है। अस्पताल में रजिस्ट्रेशन के लिए छह काउंटर बने हैं। रसीद काउंटर के पास मरीजों के बैठने के लिए 50 कुर्सियां लगाई गई हैं। भवन के बाहर वेटिंग रूम बना है। इतना ही नहीं अस्पताल में भर्ती मरीजों को निशुल्क खाना दिया जाएगा। इसके लिए एक मॉडर्न किचन बनाया गया है। 

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