- पटना पुलिस ने मैरिज हॉल में दबिश देकर शराब की तलाशी ली
- शराब के कारोबारियों की जगह आम नागरिकों को पुलिस ने परेशान किया
- मेरिज हॉल में दुल्हन के कमरे में भी शराब की तलाशी ली
पटना : बिहार में शराबबंदी का किस तरह से खुला उल्लंघन हो रहा है, इसका खुलासा टाइम्स नाउ नवभारत अपनी इंसवेस्टिगेटिव रिपोर्ट में कर चुका है। जहरीली शराब से राज्य में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इन मौतों पर चौतरफा घिरने के बाद बिहार पुलिस जैसे नींद से जागी है और वह मनमानी कार्रवाई करती दिख रही है। शराबबंदी का उल्लंघन करने वालों और नकली शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय पटना पुलिस ने शराब की तलाशी लेने के लिए एक मैरिज हॉल में दबिश दिया। पुलिस ने मैरिज हॉल के हर कमरे में शराब ढूंढी। यहां तक कि दुल्हन के कमरे को भी नहीं बख्शा गया। पुलिस ने दुल्हन के कमरे की भी तलाशी ली। हैरान करने वाली बात यह है कि पुलिस के साथ कोई महिला कांस्टेबल नहीं थी।
पप्पू यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा
जेएपी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने नीतीश सरकार को निशाना साधते हुए कहा कि सरकार शराब परोसने वालों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। शराब माफियाओं को कानून का डर नहीं है। उन्होंने पूछा कि सरकार विधायिका की जिम्मेदारी क्यों नहीं तय करती। शराबबंदी मामले में जिले के पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त किया जाना चाहिए। बता दें कि टाइम्स नाउ नवभारत ने अपनी रिपोर्ट में स्वास्थ्य मंत्री मंडल पांडे के आवास के पास धड़ल्ले से शराब की बिक्री का खुलासा किया। रिपोर्ट में दिखाया गया कि शराफ माफियाओं को कानून का कोई डर नहीं है, वे प्रशासन के नाक के नीचे शराबबंदी का खुला उल्लंघन कर रहे हैं।
मंगल पांडे के घर के पास बिक रही थी शराब
सवाल है कि पुलिस जहरीले शराब का कारोबार करने वाले गुनहगारों के खिलाफ आखिर कार्रवाई कब करेगी? क्या उसका काम शादी-विवाह समारोह में दबिश देकर आम लोगों को परेशान करना है। टाइम्स नाउ नवभारत ने अपनी रिपोर्ट में दिखाया है कि कैसे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के घर से महज चंद मीटर की दूरी पर शराब बिक रही थी। इस जगह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का घर महज 450 मीटर की दूरी पर है।