पटना: पूर्वोत्तर और असम को भारत से अलग करने की बात कहने वाले जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम के खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों में मुकदमा दर्ज हुआ है। दिल्ली, असम, उत्तर प्रदेश और मणिपुर में शरजील के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज होने के बाद उसकी गिरफ्तारी की तलाश शुरू हो गई है। इसी के तहत रविवार को बिहार में शरजील के पैृतक घर काको में पुलिस ने छापा मारा।
इस छापेमारी के दौरान शरजील वहां नहीं मिला। पुलिस ने इस दौरान 3 लोगों को हिरासत में लिया है जिसमें से दो लोग शरजील के रिश्तेदार हैं। इधर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच भी शरजील की तलाश में जुटी है। असम और अलीगढ़ में पहले ही शरजील के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हो चुका है। यूपी पुलिस ने कहा है कि वह शरजील की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली और बिहार पुलिस के साथ तालमेल कर गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। शरजील पर सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के आरोप में केस दर्ज हुआ है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) परिसर में 16 जनवरी को दिए भाषण में शरजील कह रहा, 'असम को भारत के शेष हिस्से से काटना चाहिए और सबक सिखाना चाहिए क्योंकि वहां बंगाली हिंदुओं और मुस्लिम दोनों की हत्या की जा रही है या उन्हें निरोध केंद्रों में रखा जा रहा है। असम को भारत के शेष हिस्से से स्थायी रूप से अलग किया जा सकता है...अगर स्थायी रूप से नहीं तो कम से कम कुछ महीनों तक तो किया ही जा सकता है।’
इस भाषण के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने इमाम के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 ए, 153ए और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है। असम पुलिस ने उसके भाषण को लेकर उसके खिलाफ उग्रवाद रोधी कानून यूएपीए के तहत एक प्राथमिकी भी दर्ज की है।