- शत्रुघ्न सिन्हा बोले- ट्वीट को सिर्फ मजाक के तौर पर देखने की जरूरत
- बीजेपी में शामिल होने का इरादा नहीं हालांकि पार्टी में उनके कई अच्छे दोस्त
- शत्रुघ्न सिन्हा बोले- वो कांग्रेस छोड़कर कहीं नहीं जा रहे।
राजनीति में घर वापसी अब सामान्य सी बात है। राजनेता सिद्घांतों की हवाला देकर किसी दल को छोड़ते हैं और उसी का हवाला देकर किसी भी दल में शामिल हो जाते हैं। सिद्धांतों की दुहाई के साथ उनके लिए राजनीतिक मर्यादा गौड़ हो जाती है। अपनी जुबां से खामोश करने वाले शख्स यानी शत्रुध्न सिन्हा के बारे में कहा जाता है कि उनका अब कांग्रेस पार्टी से मन भर गया और वो घर वापसी यानी बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं। हाल ही में उनके कुछ ट्वीट उसी तरफ इशारा कर रहे थे। लेकिन उनका कहना है कि वो जो कुछ कमेंट करते हैं उसे हास-परिहास के तौर पर लेना चाहिए।
शत्रुघ्न सिन्हा का खास ट्वीट
बीजेपी से पटना साहिब के सांसद रहे और अब कांग्रेस के नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने दो दिन पहले पीएम मोदी के समर्थन में ट्वीट किया था। इससे अंदाजा लगाया गया कि वो घर वापसी की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। ये बात अलग है कि उन्होंने सभी तरह के कयासों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ये टिप्पणी 'हास्य' के तौर पर किया था। पार्टी बदलने की इच्छा नहीं है।'
१. अपने दु:खों से दु:खी,
२. दूसरों के दु:ख से दु:खी,
३. दूसरों के सुख से दु:खी,
और
*New Variant*
'हर रविवार मनोरंजन के लिए करता हूं ट्वीट'
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वो हर रविवार को मनोरंजन के लिए कुछ ट्वीट करते हैं और कोई राजनीतिक अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।अभिनेता-राजनेता ने मुंबई से फोन पर कहा कि 'न तो मुझे कांग्रेस छोड़ने और भाजपा में फिर से शामिल होने की कोई भावना है और न ही इस संबंध में कोई इच्छा है। लोकसभा चुनाव में खुद मात खा जाने और बिहार विधानसभा चुनाव में बेटे के हारने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा को कांग्रेस में किसी भी महत्वपूर्ण भूमिका में नहीं देखा गया।
इशारों में कई बार बीजेपी की तारीफ
पीएम नरेंद्र मोदी पर हाल की टिप्पणी से राजनीतिक हलकों में चर्चा गरम हो गई कि वो अब अपनी पुरानी पार्टी तक पहुंचने की कोशिशकर रहे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा कहते हैं कि 'उन्होंने बीजेपी छोड़ा है मगर भाजपा में कई लोग उनके अच्छे दोस्त हैं। उन्होंने कहा कि मैंने नोटबंदी और जीएसटी लागू करने जैसे कुछ मुद्दों पर नेतृत्व से असहमति जताते हुए बीजेपी को छोड़ दिया था और उस पर कायम हूं।