- आईजीआईसी का जी प्लस 8 नया भवन बना
- दोनों ऑपरेशन थिएटर चालू होने पर माट्रियल वाल्व रिप्लेसमेंट, आट्रियल वाल्व रिप्लेसमेंट, एवीआर, सीएमडी से हृदय प्रत्यारोपण तक होंगे
- सर्जरी के पहले रोगियों की कई तरह की होगी जांच
Patna IGIC News: राजधानी के अशोक राजपथ स्थित इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आईजीआईसी) में सभी तरह के जटिल रोगों की सर्जरी की जा सकेगी। 10 दिनों के अंदर यह सेवा शुरू हो जानी है। अस्पताल के नए भवन को पूरी तरह से क्रियाशील बनाया जा रहा है। 15 दिन पहले ही अस्पताल नए भवन में शिफ्ट हुआ है। इस आठ मंजिले भवन में मरीजों का इलाज चल रहा था। अब यहां हर तरह की सर्जरी शुरू की जाएगी।
इसके लिए यहां दो ऑपरेशन थिएटर चालू किए जा रहे हैं। दोनों ऑपरेशन थिएटर अत्याधुनिक हैं। ऑपरेशन थिएटर के चालू हो जाने पर माट्रियल वाल्व रिप्लेसमेंट, सिंगल एवं डबल वाल्व रिप्लेसमेंट, आट्रियल वाल्व रिप्लेसमेंट, एवीआर, सीएमडी से लेकर हृदय प्रत्यारोपण होंगे।
माड्यूर ओटी में शुरू किए जाएंगे ऑपरेशन
सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. ओपी साह ने संस्थान के वरीय पदाधिकारी प्रभारी निदेशक डॉ. केके वरुण, ओपीडी प्रभारी डॉ. एके झा, कैथलैब इंचार्ज डॉ. संदीप कुमार, लोकहित सूचना पदाधिकारी डॉ. अमिताभ, डॉ. सुषमा आदि की मौजदूगी में मंगलवार को दोनों ऑपरेशन थिएटर की पूजा की गई। एनेस्थीसिया विभाग से चिह्नित रोगियों की सर्जरी की अनुमति मिलते ही मॉड्यूलर ओटी में ऑपरेशन शुरू होंगे। इस बारे में सर्जन डॉ. ओपी साह का कहना है कि पूरी तरह से दोनों मॉडयूलर ऑपरेशन थिएटर तैयार हैं। पहले रोगियों की कई तरह की जांच की जाएगी, फिर सर्जरी होगी।
सर्जरी से पहले एनेस्थीसिया विभाग रोगी को बताता है फिट
सर्जरी से पहले कई तरह की जांच के बाद एनेस्थीसिया विभाग रोगी को ऑपरेशन के लिए फिट बताता है। एनेस्थीसिया विभाग से मरीजों की सर्जरी की अनुमति मिलने के बाद ऑपरेशन शुरू कर दिया जाता है।
अस्पताल में अब 350 से अधिक बेड
आईजीआईसी के नए भवन में मरीजों के लिए 350 बेड हैं। अस्पताल के लिए स्वास्थ्य विभाग ने काफी संख्या में हृदय रोग विशेषज्ञों के पद भी स्वीकृत किए हैं, लेकिन अब तक नियुक्ति नहीं शुरू हुई है। अस्पताल में 14 डीएम कार्डियोलॉजी, पांचएमसीएच, 5 जनरल फिजिशियन, एक एसोसिएट डायरेक्टर का पद खाली है।