- तेलंगाना के शायबराबाद थाने में कीया कंपनी की लग्जरी गाड़ी का डीलरशिप देने के नाम पर ठगी का केस है दर्ज
- तेलंगाना पुलिस की जांच में नवादा के ठगों की संलिप्तता आई थी सामने
- दोनों शहरों की पुलिस ने संयुक्त रूप से की छापेमारी
Bihar Crime News: नवादा जिला साइबर ठगों का हब बन चुका है। हाल के महीनों में इस जिले से कई साइबर ठग पकड़े गए हैं, लेकिन ठगी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। अब तेलंगाना और स्थानीय पुलिस ने वारिसलीगंज की अपसढ़ पंचायत अंतर्गत भवानी बीघा गांव में छापेमारी की है। यहां साइबर ठग मिथिलेश प्रसाद के घर छापेमारी में एक करोड़ 22 लाख 77000 रुपए बरामद हुए हैं। इसके अतिरिक्त एक करोड़ रुपए की तीन लग्जरी गाड़ियां भी जब्त की गईं हैं।
हालांकि साइबर ठग मिथिलेश प्रसाद फायरिंग करते हुए भाग निकला। पुलिस ने उसके साथी भुटाली राम समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने भुटाली के घर से रुपए, पांच मोबाइल एवं तीन महंगी गाड़ी जब्त की है। इस बारे में एसपी गौरव मंगला का कहना है कि तेलंगाना के शायबराबाद थाने में कीया कंपनी की लग्जरी कार की डीलरशिप देने के नाम पर ठगी करने का मुकदमा दर्ज किया गया है।
घेराबंदी के दौरान ही मिथिलेश भाग निकला
एसपी का कहना है कि तेलंगाना पुलिस की जांच में नवादा जिले के भवानी बीघा गांव के ठगों की संलिप्तता उजागर हुई थी। इस पर शायबराबाद पुलिस ने नवादा पुलिस से संपर्क साधा था और शुक्रवार की देर रात साइबर ठग के घर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान घर की घेराबंदी की भनक लगते ही साइबर ठग मिथिलेश फायरिंग करते हुए फरार हो गया। वैसे पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
सरगना का पिता भी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि साइबर ठगों का सरगना मिथिलेश के पिता सुरेंद्र प्रसाद को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अतिरिक्त शेखपुरा जिले के कसार ओपी के कसार निवासी राजकुमार महतो के बेटे महेश कुमार, शेखपुरा के ही पाची निवासी जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया है। एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के नेतृत्व में बरामद रुपयों की मशीन से गिनती कराई गई है। इसमें चार घंटे लग गए। बरामद रुपयों में 500 और 2000 के नोट हैं। इतना ही नहीं नई फॉर्च्यूनर कार, टाटा हेरार एवं एक आई 20 गाड़ी जब्त की गई है।
नेटवर्क को तोड़ना पुलिस की प्राथमिकता
एसपी गौरव मंगला का कहना है कि जिले में पैर जमा चुके साइबर ठगों को समूल नष्ट करने के लिए पुलिस द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। गिरफ्तार आरोपी कंपनी की फ्रेंचाइजी बनाकर ठगी करते थे। यह गिरोह पटना, दिल्ली, कोलकाता समेत कई शहरों में काम कर रहा है। इनके नेटवर्क को तोड़ना पुलिस की प्राथमिकता है।