- जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी की टीम छह महीने रहेगी पटना
- मेट्रो निर्माण के खर्च का 20-20 प्रतिशत दे रही केंद्र एवं राज्य सरकार
- शेष राशि वित्तीय संस्थाओं द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी
Patna Metro News: पटना मेट्रो के निर्माण को लेकर बड़ी खबर है। मेट्रो परिचालन शुरू कराने के लिए जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जायका) की टीम आ रही है। यह टीम पटना में छह महीने तक रहेगी। इस दौरान टीम पटना मेट्रो की व्यवस्था देखेगी। इसके अलग-अलग रूटों पर चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेगी। मेट्रो के दोनों रूट पर पिलर बनने से लेकर स्टेशन, डिपो निर्माण तक के कार्यों का आकलन करेगी। कार्यकारी एजेंसी एवं सरकारी अधिकारियों को तकनीकी सलाह भी देगी। यह टीम मेट्रो के चल रहे कार्यों से संतुष्ट होगी, तभी निर्माण के लिए फंड जारी करेगी।
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की कुल लागत 13925 करोड़ रुपए की है। इसमें 20-20 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार और राज्य सरकार दे रही है। जबकि शेष राशि वित्तीय संस्थाओं से मिलेगी। इसके तहत ही जायका द्वारा राशि मिलनी है। इधर, जायका के सदस्यों के आने की सूचना के बाद उनके खाने-पीने की व्यवस्था को लेकर इंतजाम किए जा रहे हैं। जापानी व्यंजन बनाने वाले रसोइये की तलाश शुरू कर दी गई है। रसोइये की नियुक्ति के लिए टेंडर भी निकाल दिया गया है।
अभी मलाही पकड़ी से आईएसबीटी तक चल रहा काम
पटना मेट्रो का निर्माण कार्य फिलहाल प्राथमिकता के तौर पर मलाही पकड़ी से आईएसबीटी तक तेजी से हो रहा है। वहीं, अंडरग्राउंड रूट पर काम शुरू कराने के लिए फंड की जरूरत है। इस फंड की उम्मीद पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल) विदेशी निवेशक जायका से लगाए बैठा है। अगर, जायका से वित्तीय सहायता मिलती है तो एक दर्जन से ज्यादा महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। बता दें मीठापुर से पटना जू और पटना जू से पाटलिपुत्र स्टेशन तक अंडरग्राउंड रूट बनाने के लिए 2110 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
डिपो के लिए अधिग्रहित की जानी है जमीन
पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के डिपो के लिए जमीन की जरूरत है। इसके अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। पटना सिटी के रानीपुर और पहाड़ी मोजे में 76 एकड़ जमीन अधिग्रहित की जानी है। इस क्षेत्र के भू-स्वामियों को मुआवजे की राशि देने के लिए जिला प्रशासन कवायद शुरू कर चुका है।