- इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
- छात्रसंघ भवन पर एकत्र होकर परिसर में छात्रों ने जुलूस निकाला
- छात्रों का निर्णय 22 मार्च को करेंगे उग्र आंदोलन
Allahabad University: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में छात्रों का आंदोलन थमता नहीं दिख रहा है। विधानसभा चुनाव के बाद विवि खुला तो आंदोलन और तेज हो गया। नाराज छात्रों ने जमकर हंगामा किया। सैकड़ों छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा। 22 मार्च से प्रस्तावित परीक्षाओं को विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऑफलाइन मोड में कराने का निर्णय लिया है। छात्रों का ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में हंगामा और प्रदर्शन कई दिनों से चल रहा है। पिछले दिनों भी छात्रों ने विश्वविद्यालय के मेन गेट पर ताला लगाकर धरना दिया था।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक बार फिर ऑफलाइन परीक्षा का विरोध तेज हो गया है। 22 अप्रैल से ऑफलाइन मोड में प्रस्तावित स्नातक द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की परीक्षाओं पर निर्णय लेने को लेकर छात्रों ने फिर कुलपति कार्यालय के सामने प्रदर्शन दिया। छात्रों ने निर्णय लिया कि, 22 मार्च को उग्र आंदोलन किया जाएगा।
छात्रों ने कुलपति कार्यालय के सामने दिया धरना
छात्रसंघ भवन पर एकत्र होकर परिसर में छात्रों ने जुलूस निकाला। साढ़े ग्यारह बजे कुलपति कार्यालय के सामने नारेबाजी कर सैकड़ों छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना पाकर एसीएम और सीओ कर्नलंगज पहुंचे। छात्रों को आश्वासन दिया कि, होली के बाद परीक्षा किस मोड में होगी, इस पर निर्णय होगा। लेकिन छात्र जिद पर अड़े रहे और कुलपति कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए।
निस्तारण कमेटी ने छात्रों संग की बैठक
विदित हो कि, ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में छात्रों ने तालाबंदी करते हुए परिसर में जमकर हंगामा किया था। इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले के निस्तारण के लिए डीन साइंस प्रो. शेखर श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई थी। कमेटी ने छात्रों संग बैठक की लेकिन छात्र संतुष्ट नहीं हुए। इसके बाद रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल की तरफ से आदेश जारी कर कहा गया था कि, छात्र ऑनलाइन परीक्षा के कारणों को स्पष्ट करते हुए आई-कार्ड की छायाप्रति के साथ अपना आवेदन कुलानुशासक कार्यालय में जमा करें।
छात्रों का दावा है कि, तय तिथि तक ज्यादातर छात्रों ने ऑनलाइन परीक्षा के समर्थन में परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में फीडबैक जमा किए। वहीं, कालेजों में भी भारी संख्या में छात्रों ने अपने फीडबैक जमा किए। कमेटी छात्रों के फीडबैक के आधार पर निर्णय लेगी।