- प्रयागराज: अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में हुई थी युवती से दरिंदगी
- पीड़िता ने दम तोड़ने से पहले लिखकर बयां की थी अपनी आपबीती
- अस्पताल ने जांच के लिए बनाई दो कमेटियां, आरोपों को डॉक्टरों ने बताया निराधार
प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज स्थित स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल में हुई गैंगरेप की वारदात के बाद यहां हडकंप मचा हुआ है। पुलिस अपनी जांच में जुटी हुई हैं और कड़ियों को जोड़कर हर तथ्य को खंगाल कर ही है। पुलिस ने इस दौरान अस्पताल में तैनात कर्मचारियों की सूची मांगी है और कई कर्मचारियों से पूछताछ भी की है। वहीं मृतक पीड़िता की पोस्टमार्टम के बाद तैयार की गई स्वैब रिपोर्ट जांच के लिए लखनऊ भेजी गई है।
ऑपरेशन थियेटर के अंदर गैंगरेप
अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर के अंदर हुई कथित गैंगरेप की वारदात के बाद हर कोई हैरान है। पीड़िता का परिवार जहां दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर अड़ा है वहीं अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने सारे आरोपों को खारिज करते हुए प्रदर्शन किया। मेडिकल स्टाफ का कहना है कि सारे आरोप बेबुनियाद है और उन्होंने इस संबंध में यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को ज्ञापन सौंपा है।
पीड़िता ने मौत से पहले लिखी थी पर्ची
पीड़िता ने अपनी मौत से पहले कागज के एक पर्चे पर लिखकर अपनी आपबीती बयां करते हुए लिखा, 'डॉक्टर अच्छे नहीं हैं, मेरे साथ गंदा काम किया।' परिवार ने गैंगरेप का आरोप लगाते हुए मेडिकल स्टाफ पर कार्रवाई करने को कहा था। वहीं पीड़िता इस पर्ची के सामने आने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। गैंगरेप की इस वारदात ने तूल पकड़ लिया है और विपक्ष इस मुद्दे को लेकर लगातार सवाल खड़े कर रहा है।
एसआरएन अस्पताल के डॉक्टरों पर गैंगरेप के आरोपों की जांच दो कमेटियां कर रही हैं जिसका गठन प्रय़ागराज के सीएमओ डॉ. प्रभाकर राय ने किया। दरअसल जिस युवती का ऑपरेशन किया गया था वो बाद में अचेत सी लग रही थी। युवती ने जब लिखकर अपनी व्यथा बताई तो उसके चचेरे भाई ने उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वहीं डॉक्टरों की मानें तो युवती की आंत पूरी तरह फट गई थी जिसके बाद उसका ऑपरेशन किया गया।