- कस्तुरबा गांधी स्कूल प्रकरण पर सीएम योगी आदित्यनाथ नाराज
- शैक्षणिक दस्तावेजों के लिए बनेगी समर्पित टीम
- योगी आदित्यनाथ बोले. जांच में जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
प्रयागराज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी स्कूलों के शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच के लिए एक समर्पित टीम बनाने का निर्देश दिया है।गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी बेसिक, माध्यमिक तथा उच्च शिक्षण संस्थानों, समाज कल्याण विभाग के विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच के लिए एक 'डेडिकेटेड टीम' बनानेबनाने का निर्देश दिया है।
फर्जीवाड़ा करने वालों की खैर नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कहीं पर भी कोई व्यक्ति फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करता हुआ पाया जाए तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। सरकार का यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण बताया जा रहा है क्योंकि एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया जिसमें एक ही नाम पर 25 लोग नौकरी कर रहे थे और जिस महिला के नाम पर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा रहा था वो बेरोजगार थी। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अनामिका शुक्ला के दस्तावेज पर अलग-अलग महिलाओं द्वारा नौकरी करके वेतन लेने के मामले सामने आए हैं। पुलिस का विशेष कार्यबल इसकी जांच कर रहा है।
शिक्षा में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट निर्देश है कि शिक्षा माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई में किसी तरह की ढील नहीं होनी चाहिए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकती। खासतौर से शैक्षणिक भ्रष्टाचार को तो कत्तई इजाजत नहीं दी जा सकती है। अनामिका शुक्ला प्रकरण में सही दिशा में कार्रवाई चल रही है। अभी तक जितने लोगों की गिरफ्तारी हुई उससे तो एक बात साफ है कि वो सिर्फ मोहरा थे किंगपिन कोई और है।