- वंदे भारत एक्सप्रेस 2 का 16 डिब्बों का रैक तैयार
- इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई में तैयार हो रहे 2 रैक
- एक रैक पर सीटें और बोगी लगाने के बाद होगा ट्रायल
Vande Bharat Third Route: वंदे भारत ट्रेन अपने तीसरे सफर के लिए तैयार है। रेलवे ने इसकी मंजूरी दे दी है। अब वंदे भारत कटरा और वाराणसी रूट के बाद पुणे रूट पर दौड़ेगी। दूसरे चरण में एसी स्लीपर के साथ वंदे भारत आएगी, जिसे 15 अगस्त तक मुंबई और फिरोजपुर छावनी रेलवे स्टेशन के बीच चलाए जाने की संभावना है। मुंबई-पुणे की बीच चलने वाली यह पहली वंदे भारत ट्रेन होगी।
देश में बनी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के 16 डिब्बों का रैक इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आइसीएफ) चेन्नई में तैयार हो गया है। ट्रायल के बाद जुलाई से यात्री इसमें सफर कर सकेंगे। यात्रियों की सुविधाओं के लिए इस ट्रेन में कई नए फीचर्स जोड़े गए हैं। इस ट्रेन के शुरू होने के बाद मुंबई पुणे के बीच का सफर 150 मिनट या ढाई घंटे का हो जाएगा।
यात्रियों की सहूलियत का विशेष ध्यान
वंदे भारत एक्सप्रेस में करीब 8 घंटे यात्री बैठकर सफर करते हैं। इसलिए यात्रियों के बैठने की सहूलियत का विशेष ध्यान रखा गया है। ट्रेन की रिक्लाइनिंग सीट को पुशबैक से लैस किया गया है। सिक्योरिटी फीचर भी जोड़े गए हैं। हर डिब्बे में 4 आपातकालीन खिड़कियां दी गई हैं। दरवाजे और खिड़कियों में फायर सर्वाइवल केबल का इस्तेमाल होगा। जिससे आग लगने की स्थिति में भी दरवाजा और खिड़कियां खोलना आसान होगा।
सुरक्षा का भी रखा पूरा ख्याल
हर कोच में दो के बजाय अब चार इमरजेंसी पुश बटन लगाए गए हैं। डिब्बे में स्मोकिंग अलार्म लगाया गया है। यात्री के स्मोकिंग करते ही अलार्म बज उठेगा। प्रत्येक कोच में चार माइक और स्विच लगाए गए हैं। इसके अलावा पावर फेल होने के बाद ट्रेन भले ही रुक जाए, लेकिन डिब्बे में लाइट जलती रहेगी। लाइटिंग सिस्टम को बैटरी से जोड़ा गया है। मौजूदा समय वंदे भारत का रैक सिर्फ चेन्नई मेंं तैयार हो रहा है।
एक साल में 48 रैक दौड़ेंगी पटरी पर
जल्द ही पंजाब के कपूरथला और उत्तर प्रदेश के रायबरेली स्थित आधुनिक रेल कोच फैक्ट्री में भी वंदे भारत के रैक तैयार किए जाएंगे। तीन फैक्ट्री में हर माह दो-दो डिब्बे तैयार किये जाएंगे। एक साल में 48 रैक तैयार कर पटरी पर उतारने का लक्ष्य रखा गया है। मौजूदा समय में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नई दिल्ली से वाराणसी और नई दिल्ली से कटरा के बीच दौड़ रही है। अब इसे नई दिल्ली-चंडीगढ़ या नई दिल्ली-अमृतसर के रूट पर भी दौड़ाया जा सकता है। शताब्दी और राजधानी की औसत स्पीड 90 से ऊपर नहीं आ पा रही, लेकिन वंदे भारत की औसत स्पीड 100 किमी प्रति घंटा तक ही आ रही है। बता दें वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में वाराणसी से नई दिल्ली के बीच की थी।