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Pune News: पीएमसीएच में फ्रॉड, पुणे नगर निगम में काम दिलाने के नाम पर चपरासी ने ऐसे की 16 लाख की ठगी

Updated Jun 21, 2022 | 13:36 IST

Pune News: पुणे से नौकरी के नाम पर ठगी का नया मामला सामने आया है। पुणे नगर निगम में नौकरी लगवाने का झांसा देकर एक चपरासी ने तीन लोगों से 16 लाख रुपए ले लिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
PMC में फ्रॉड, काम दिलाने के नाम पर 16 लाख की ठगी
मुख्य बातें
  • नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगे 16 लाख
  • PMC चपरासी ने किया था नौकरी का दावा
  • शिकायत मिलने पर पुलिस ने किया अरेस्ट

 Pune News: महाराष्ट्र के पुणे में नगर निगम में नौकरी के नाम पर बड़ी ठगी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी चपरासी और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। चपरासी पिछले काफी समय से पुणे निगम में ही कार्यरत है। आरोप है कि, पीएमसी चपरासी ने अपने साथियों के साथ मिलकर तीन लोगों को निगम में नौकरी दिलवाने के नाम पर 16 लाख रुपये ठग लिए। इतना ही नहीं, आरोपी ने प्रेशर देने पर तीन बार फर्जी नौकरी का लेटर भी दिया लेकिन तुरंत जॉइन की बात पर बेवकूफ बनाता रहा। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। 

मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ित ने चपरासी और दो अन्य लोगों पर नौकरी का झांसा देकर पैसे ठगने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। पीड़ित का कहना है कि, चपरासी ने उसे और उसके दो दोस्तों से नौकरी का वादा करके 16 लाख रुपये ठग लिए। लेकिन काफी समय तक नौकरी दिलाने के नाम पर बेवकूफ बनाता रहा। आखिरकार पीड़ितों ने पुलिस का सहारा लिया।

ऐसे बनाते रहे बेवकूफ

पीड़ित पक्ष का कहना है कि, आरोपी ने पीएमसी में संविदा नौकरी दिलाने के नाम पर नवंबर साल 2020 से साल 2022 जनवरी के महीने तक 16 लाख रुपये लिए और जॉब पक्की दिलाने का झांसा देता रहा। पीड़ितों को आरोपी ने तीन बार फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर भी दिया। हालांकि, हर बार उसने पीड़ितों से कहा कि, लेटर अभी दे रहा है लेकिन ड्यूटी जॉइन करने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। इसी झांसे में आकर तीनों लोग इंतजार करते रहे लेकिन कुछ नहीं हुआ। 

पुलिस ने तीनों आरोपियों की पहचान 28 वर्षीय आशीष, 30 वर्षीय संदीप और 38 वर्षीय यवशोभ के रूप में की है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। दूसरी ओर, पीएमसी आयुक्त ने इस मामले में कहा कि, चपरासी के खिलाफ जांच की जाएगी। पुलिस को इस मामले की जांच में हर संभंव मदद भी दी जाएगी।