- काफी प्रयास के बाद भी इंजीनियर को नहीं मिल रही थी जॉब
- पुणे से 26 अगस्त को ट्रेन से निकला था जम्मू कश्मीर के लिए
- यह युवक घूमते हुए पहुंच गया था सेना के प्रतिबंधित क्षेत्र में
Pune News: पिंपरी-चिंचवड से एक हैरान कर देने वाला अनोखा मामला सामने आया है। लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी जब एक इंजीनियर को जॉब नहीं मिली तो उसने संन्यास लेने की ठान ली और पहुंच गया सीधे जम्मू-कश्मीर। इंजीनियर ने साधू बनने के लिए हिमालय की चढ़ाई शुरू कर दी। हालांकि इलाके की जानकारी न होने के कारण युवक भटकता हुए सेना के प्रतिबंधित इलाके में पहुंच गया। जिसके बाद मौके पर पहुंच कर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया।
जब पुलिस ने इस इंजीनियर से कड़ी पूछताछ की तो उसने अपनी फिल्मी से लगने वाली यह कहानी सुनाई। इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए सांगवी पुलिस ने बताया कि 27 वर्षीय युवक का नाम आकाश वासुदेव काले है। यह पिंपरी-चिंचवड के पॉश इलाकों में गिने जाने वाले पिंपले सौदागर में रहता है। युवक ने हाल ही में इंजीनियरिंग पूरी की है और जगह-जगह नौकरी तलाश रहा था, लेकिन उसे कहीं सफलता नहीं मिल रही थी। निराश होकर उसने संन्यास लेने की ठानी और साधु बनने के लिए जम्मू-कश्मीर चला गया।
घुसपैठिया समझ सेना मार सकती थी गोली
सांगवी पुलिस के अनुसार युवक ट्रेन से जम्मू-कश्मीर पहुंचा और हिमालय की तरफ जाने लगा। इस दौरान वह सेना के प्रतिबंधित इलाके में चला गया। इस दौरान वहां पर पेट्रोलिंग कर रही स्थानीय पुलिस टीम की नजर युवक पर पड़ गई और पुलिस टीम ने युवक को घेर लिया। पुलिस पूछताछ में जब युवक ने अपनी कहानी सुनाई तो पुलिस को उसकी बातों पर विश्वास नहीं हुआ और वो आकाश को जासूस व घुसपैठिया ही समझती रही। पुलिस ने युवक को अपने साथ थाने ले जाकर सख्त पूछताछ की। साथ ही पिंपरी-चिंचवड पुलिस कंट्रोल सेल से संपर्क कर युवक के बारे में जानकारी मांगी। यहां से जम्मू पुलिस को आकाश के लापता होने की सूचना दी गई। सांगवी पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक सुनील टोनपे ने बताया कि आकाश कश्मीर में ऐसी जगह चल गया था, जहां पर अगर सेना इसे देखती तो बगैर किसी चेतावनी के सीधे गोली मार देती। आकाश की किस्मत अच्छी थी कि सेना से पहले पुलिस ने इसे देख लिया। यहां से आकाश के परिजनों के साथ एक पुलिस टीम को भेजकर उसे वापस लाया गया।