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Disaster in Ranchi: रांची में आसमान से गिरी आफत, 5 साल के बच्चे और तीन छात्राएं समेत 5 झुलसे

Updated Aug 04, 2022 | 19:01 IST

Ranchi News: राजधानी के पास स्थित तोरण में आसमान से आफत गिरी। वज्रपात की चपेट में आकर एक बच्चा समेत पांच लोग बुरी तरह झुलस गए। इनमें तीन छात्राएं हैं। इन पांचों को 108 एंबुलेंस के माध्यम से रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
वज्रपात की चपेट में आए पांच लोग
मुख्य बातें
  • हुसिर पंचायत के गोपला जिलिंगबुरु के पास हुआ हादसा
  • इमली के पेड़ के पास बनी झोपड़ी में छिपे हुए थे सभी
  • तीन छात्राएं कॉलेज से वापस लौट रहीं थीं अपने घर

Ranchi News: रांची में बुधवार को वज्रपात होने से पांच लोग झुलस गए। इनमें से तीन कॉलेज की छात्राएं हैं। घटना तोरपा क्षेत्र की है। यहां हुसिर पंचायत अंतर्गत गोपला जिलिंगबुरु के पास कॉलेज की तीन छात्राएं, एक बच्चा एवं एक अन्य व्यक्ति इमली के पेड़ के पास एक झोपड़ी में छिपे थे। पेड़ पर वज्रपात हुआ और पांच लोग बुरी तरह झुलस गए। 

ग्रामीणों ने डायल 108 पर कॉल करके एंबुलेंस बुलाई और झुलसे हुए पांच लोगों को तोरपा रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। संत जोसेफ इंटरमीडिएट कॉलेज की छात्रा 22 वर्षीय मेरी डोडराय, 22 वर्षीय अनिमा बोदरा, 23 वर्षीय बहलेन तोपनो, 24 वर्षीय पोलिना तोपनो का इलाज चल रहा है। 

अचानक आ गई थी तेज बारिश

छात्राओं का कहना है कि अचानक मौसम बदला और तेज बारिश शुरू हो गई। तीन छात्राएं गोपला जिलिंगबुरु के एक बड़े से इमली के पेड़ के पास बनी झोपड़ी में घुस गए। इधर, मेंगा टोली लतौली के जुवेल आइंद अपने पांच साल के बेटे आशीष आइंद का डॉक्टर से इलाज कराकर लौट रहे थे। बारिश से बचने के लिए यह दोनों भी उस झोपड़ी में छिप गए। इसी दौरान वज्रपात हुआ और पांचों उसकी चपेट में आ गए। 

बगल के गांव के लोगों ने सभी को लगाया गोबर का लेप

झोपड़ी पर वज्रपात के बाद लोगों की चीख-पुकार सुनकर बगल के गांव के लोग पहुंचे। उन लोगों ने झुलसे हुए लोगों के पूरे शरीर पर गोबर का लेप लगाया। इसके बाद फोन करके एंबुलेंस बुलवाई गई। फिलहाल पांचों लोगों का तोरपा रेफरल अस्पताल में डॉ. मुकेश कनोजिया और डॉ. रंजीत कुमार की देखरेख में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने लोगों से अपील की बरसात के मौसम में सूखे पेड़, झोपड़ी या किसी खंभे के नीचे बिल्कुल खड़े नहीं हों। कोशिश करें की मौसम खराब रहने पर अपने घर या ठोस या मिट्टी के मकान में रहें। घटना की जानकारी होने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता सुदीप गुडिया छात्राओं से मिलने अस्पताल पहुंचे।