- अपहरण का मुख्य साजिशकर्ता बीआईटी का कर्मचारी शंकर महतो है
- इसके साथी अनिल कुमार मिश्र, भोला कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है
- कांड के खुलासे के लिए सदर थाना प्रभारी के नेतृत्व में छापेमारी टीम बनाई गई थी
Ranchi Kidnapping Case: बीआईटी मेसरा से रिटायर्ड प्रोफेसर सुप्रिया कुमार दास के अपहरण मामले का खुलासा हो गया है। पुलिस ने तीन अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इनमें अनिल कुमार मिश्र, भोला कुमार और शंकर महतो शामिल हैं। इन आरोपियों के कब्जे से अपहरण के लिए इस्तेमाल की गई मारुति ओमनी कार, बाइक, चाकू और मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है।
इस बारे में सिटी एसपी अंशुमन कुमार का कहना है कि प्रोफेसर के अपहरण की सूचना पर सदर थाना प्रभारी के नेतृत्व में छापेमारी टीम बनाई गई थी। अनगड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत राजाडेरा से आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य साजिशकर्ता शंकर महतो बीआईटी में चतुर्थवर्गीय कर्मी है।
शंकर ने प्रोफेसर को अपने घर खाने पर बुलाया था
सिटी एसपी अंशुमन कुमार का कहना है कि आरोपी शंकर की प्रोफेसर से काफी अच्छी जान-पहचान थी। उसने पिछले सोमवार को प्रोफेसर को अपने घर खाने पर बुलाया था। यहां से वह काली मंदिर तक प्रोफेसर को पैदल साथ ले गया। वहां पर मारुति कार लेकर अनिल कुमार मिश्रा और भोपाल कुमार पहले से मौजूद थे। इन दोनों के कहने पर शंकर और प्रोफेसर सुप्रिया कार में बैठ गए।
एसबेस्टस के रूम में कैद करके रखा था
अनिल और भोला कार में बैठाकर प्रोफेसर को अनगड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत राजाडेरा गांव स्थित हाल में बने एसबेस्टस के रूप में रखा था। यहां डरा-धमकाकर एटीएम और पासबुक की जानकारी ले ली थी। फिर प्रोफेसर के घर पहुंचकर भोला ने उनका एटीएम, चेकबुक निकाल लिया। इसके बाद उनके खाते से 4 लाख रुपए निकाल लिए। पुलिस अधिकारी का कहना है कि इनका साथ देने वाला कोई और शख्स है कि नहीं उसका भी पता लगाया जा रहा है। अगर, किसी की संलिप्तता मिलती है तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा। बताया कि कॉलेज से ही शंकर के खिलाफ सबूत मिले थे। उसके बाद उससे जुड़ी जानकारी लेने पर उस पर शक गहरा गया। फिर उसको हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारा राज उगल दिया।