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Ranchi Crime: रांची के इस गांव में 100 सांपों की कर दी गई हत्या, क्यों और किसने की ये बनी पहेली

Updated Jul 30, 2022 | 18:31 IST

Ranchi Forest Department: झारखंड के चतरा जिले में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक गांव में एक साथ 100 से अधिक सांप मृत मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि बगल के तालाब में मछलियों को मारने के लिए केमिकल डाला गया होगा, जिससे तालाब में रह रहे विष रहित सांप भी मर गए होंगे। वन विभाग मामले की जांच में जुट गया है।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
रांची में 100 सांपों की हत्या बनी पहेली
मुख्य बातें
  • चतरा जिले के डाटम गांव में मृत मिले हैं विष रहित सांप
  • तालाब में मछलियों को मारने के लिए डाला गया था केमिकल, उसी तालाब में मृत मिले सांप
  • वन विभाग ने मामले की जांच शुरू की, दोषियों पर होगी कार्रवाई

Ranchi News: झारखंड के चतरा जिले के हंटरगंज प्रखंड के डाटम गांव के समीप एक स्थान पर 100 से अधिक सांप मृत पाए गए हैं। सभी मृत पाए गए सांप विष रहित प्रजाति के हैं। इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। हर कोई इन सांपों को देखने के लिए डाटम गांव पहुंच रहा है। इतनी बड़ी संख्या में कभी भी इस इलाके में सांपों की मौत नहीं हुई थी। यह पहला मामला है जब इतनी बड़ी संख्या में एक साथ सांप मृत पाए गए हैं।

बता दें कि गांव के नजदीक तालाब है। तालाब में मछली डाली गई है। यह आशंका जताई जा रही है कि मछली को मारने के लिए तालाब के पानी में केमिकल डाल कर जहरीला कर दिया गया होगा। उसके बाद मछली मारने के लिए तालाब में जाल लगाया गया होगा। उसी जाल में मछली के साथ-साथ सांप भी फंस गए होंगे। जहरीले केमिकल से सांप भी मर गए होंगे। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है।

केमिकल से मारी गई मछली को खाने से भी खतरा

मिली जानकारी के अनुसार जैसे ही इस बात की सूचना गांव वालों तक पहुंची, इन सांपों को देखने के लिए लोग तालाब के पास पहुंच गए। अभी तक यह खुलासा नहीं हो पाया है कि तालाब में मछली मारने के लिए किस केमिकल का इस्तेमाल किया गया होगा। लोग इस बात से भी डरे हुए हैं कि तालाब की मछलियां खाने से लोग कहीं बीमार न हो जाएं। डाटम के ग्रामीणों ने कहा कि इस तालाब की मछलियों को तुरंत जब्त किया जाना चाहिए। इन्हें किसी भी सूरत में बाजार तक नहीं पहुंचने देना चाहिए, क्योंकि ये मछलियां सेहत के लिए खतरनाक हो सकती हैं।

वन विभाग ने जांच शुरू की

जानकारी के लिए बता दें कि ग्रामीणों ने मामले की सूचना उत्तरी वन प्रमंडल पदाधिकारियों को दी है। उत्तरी वन प्रमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर रेंजर सूर्यभूषण यादव ने जांच के लिए वन पालक अजय कुमार को गांव में भेजा। वन पालक ने बताया कि एक साथ इतनी संख्या में सांपों की मौत की जांच होगी। जब तक जांच नहीं होती है, तब तक इस मामले में कुछ कहा नहीं जा सकता। वन पालक ने कहा कि संभव है, मछली मारने के लिए तालाब के पानी को विषाक्त किया गया होगा, लेकिन इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। वन विभाग ने मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने तक इंतजार करना होगा। वन पालक ने कहा कि मछली मारने वाले ग्रामीणों की तलाश हो रही है। उनके विरुद्ध एक प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। दोषी लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि सांपों को मारना या किसी तरह से उन्हें नुकसान पहुंचाना कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।