- यह स्मार्ट प्रीपेड मीटर पूरी तरह से निशुल्क लगाया जाना है
- पैसे की मांग किए जाने पर उपभोक्ता जेबीवीएनएल में शिकायत कर सकेंगे
- शिकायतों को संबंधित एरिया के डिविजन और सब डिविजन को किया जाएगा फॉरवर्ड
Smart Prepaid Meter Installation : राजधानी में सभी बिजली उपभोक्ताओं के घर में स्मार्ट बिजली मीटर लगाया जाएगा। इसकी शुरुआत 16 अगस्त से की जा रही है। इससे पहले कोई उपभोक्ता अपने यहां स्मार्ट बिजली मीटर लगवाना चाहता है तो वह जेबीवीएनएल की वेबसाइट (www.jbvnl.co.in) पर जाकर सुविधा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। इसके बाद उक्त आवेदक के घर पर तुरंत प्रीपेड मीटर लगा दिया जाएगा।
जेबीवीएनएल के जनरल मैनेजर (आईटी) संजय सिंह का कहना है कि रांची शहर में 3.65 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। इनके घर के बिजली मीटर बदले जाने हैं। उन्होंने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर पूरी तरह से निशुल्क लगाया जा रहा है। किसी भी उपभोक्ता को किसी तरह का शुल्क नहीं देना है।
मीटर बदलें, शुल्क लिया तो कार्रवाई
जीएम संजय सिंह का कहना है कि कोई भी कर्मचारी या एजेंसी स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाए जाने के बदले पैसे की मांग करता है तो उसकी शिकायत करें। जेबीवीएनएल में शिकायत करने पर संबंधित कर्मी पर कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी का कहना है कि सुविधा पोर्टल के माध्यम से भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। अगर, बिजली को लेकर कोई शिकायत है तो वह भी दर्ज करा सकते हैं। उपभोक्ता की शिकायत को संबंधित क्षेत्र के डिविजन और सब डिविजन को ऑनलाइन फॉरवर्ड कर दिया जाएगा।
शिकायत दूर करने पर मोबाइल नंबर पर दी जाएगी सूचना
अधिकारी के मुताबिक शिकायत दूर कर दिए जाने के बाद उसकी जानकारी संबंधित उपभोक्ता को मोबाइल पर मैसेज के जरिए या ऑनलाइन दे दी जाएगी। बता दें स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद उपभोक्ता को मोबाइल की तरह ही मीटर को रिचार्ज करना होगा। मीटर में बैलेंस खत्म हो जाने पर बिजली की आपूर्ति बंद हो जाएगी। दोबारा रिचार्ज किए जाने पर फिर से बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
बैलेंस खत्म होने से पहले मैसेज अलर्ट मिलेगा
स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर का बैलेंस खत्म होने से पहले उपभोक्ता के फोन पर मैसेज जाएगा। अपने कनेक्शन को उपभोक्ता ऑनलाइन या ऐप के माध्यम से रिचार्ज कर सकेंगे। इसके साथ ही अपने बैलेंस को भी चेक कर सकेंगे। अधिकारी का कहना है कि उपभोक्ता को महीने में औसतन एक हजार रुपए का रिचार्ज कराना होगा। ऐप पर छह महीने की औसतन खपत भी आ जाएगी। मीटर में अंतिम 35 दिनों का लोड प्रोफाइल डाटा और डेली एनर्जी प्रोफाइल डाटा भी देखा जा सकता है।