- ठगी में जयदेव की पत्नी सुकन्या, मां मंजुलिका देवी और पीके श्रीवास्तव का भी नाम
- हटिया डीएसपी राजा मित्रा ने आरोपियों की गिरफ्तारी का दिया था आदेश
- जयदेव के जिस अकाउंट में पीड़िता ने रकम ट्रांसफर की थी, पुलिस ने उसे फ्रीज कर दिया
Ranchi Fraud Arrested: हरियाणा के गुरुग्राम निवासी महिला से कोयला कारोबार के नाम पर 1.30 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले को रांची पुलिस ने दबोच लिया है। पुलिस ने आरोपी जयदेव चटर्जी को बिहार के गया जिले से गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपी को रांची लाकर सख्त पूछताछ कर रही है। ठगी के मामले में जयदेव के अलावा उसकी पत्नी सुकन्या, मां मंजुलिका देवी और पीके श्रीवास्तव पर आरोप है। यह सभी रांची के ही रहने वाले हैं।
जयदेव डोरंडा थाना क्षेत्र के नॉर्थ ऑफिस पाड़ा का रहने वाला है। चारों के खिलाफ अनुसंधान में पुलिस ने आरोप सही पाया है, जिस पर हटिया डीएसपी राजा मित्रा ने आरोपियों की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। केस के अनुसंधानक सब इंस्पेक्टर डेविड मिंज हैं। आरोपियों के रांची से फरार हो जाने पर इनके खिलाफ कुर्की-जब्ती का आदेश जारी किया गया था।
डोरंडा थाने में 18 जुलाई को दर्ज हुआ था केस
जयदेव के जिस खाते में पीड़िता ने पैसे ट्रांसफर किए थे, उसे पुलिस ने फ्रीज कर दिया है। बता दें, गुरुग्राम निवासी मीनू घोष ने 18 जुलाई को डोरंडा थाने में केस दर्ज करवाया था। उन्होंने अपनी प्राथमिकी में कहा था कि, फरवरी 2019 में डोरंडा थाना क्षेत्र के नॉर्थ ऑफिस पाड़ा निवासी जयदेव चटर्जी और पीके श्रीवास्तव मेरे घर आए थे। इन्होंने कोयला के व्यापार में उनके साथ निवेश करने और पार्टनर बनाने को कहा था। इस पर उन्होंने सहमति जताई थी।
आरटीजीएस के जरिए पैसे किए थे ट्रांसफर
महिला ने पुलिस को बताया कि, उन्होंने इंडियन ओवरसीज बैंक के खाते से 18 मार्च 2018 से 25 मार्च 2019 तक आरटीजीएस के माध्यम से 1.30 करोड़ रुपए जयदेव के खाते में ट्रांसफर किए थे। पैसे की अदायगी की गारंटी जयदेव चटर्जी के साथ उनकी पत्नी सुकन्या एवं मां मंजुलिका ने भी उन्हें दी थी। इन सबने कहा था कि, समय पर कारोबार का मुनाफा और रुपए लौटा दिए जाएंगे। रकम देने के डेढ़ साल बाद भी एक रुपया भी नहीं देने पर महिला ने जयदेव से पूरी रकम लौटाने को कहा। इस पर आरोपी ने पैसे लौटाने से इंकार कर दिया।