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Businessman Kidnapped in Ranchi: रांची में चालक ने ही किया था व्यवसायी मालिक का अपहरण, साथी के साथ गिरफ्तार

Updated Sep 19, 2022 | 19:08 IST

Ranchi Police: रांची पुलिस ने एक व्यवसायी के अपहरण की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने अपहरण मामले में अगवा हुए व्यवसायी के नौकर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह दोनों शहर के बरियातू थाना क्षेत्र के निवासी हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज करके इन्हें जेल भेज दिया है।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
चालक ने पैसों की खातिर अपने ही मालिक को कर लिया अगवा
मुख्य बातें
  • दो दिन पहले बरियातू के शिरडी साईं अस्पताल के पास से व्यवसायी अगवा हुआ था
  • पुलिस ने संदीप तिवारी को झालदा से किया बरामद
  • अपहरणकर्ता मो. इमरान और मो. तालिब को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Ranchi News: दो दिन पहले राजधानी रांची के बरियातू थाना क्षेत्र अंतर्गत शिरडी साईं अस्पताल के पास से अगवा हुए व्यवसायी को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस ने झालदा में छापेमारी करके व्यवसायी संदीप तिवारी को सकुशल बरामद किया है। जबकि दो अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने मामले में मो. इमरान और मो. तालिब को गिरफ्तार किया है।

यह दोनों अपहरणकर्ता बरियातू थाना क्षेत्र के निवासी हैं। आरोपी मो. तालिब संदीप का ड्राइवर है। व्यवसायी संदीप शहर के इंद्रप्रस्त कॉलोनी में रहते हैं। इनके अपहरण की पूरी साजिश इनके कार चालक तालिब ने ही रची थी। उसने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म भी कबूल लिया है। कार चालक तालिब ने पुलिस को बताया कि उसने पैसे के लालच में अपने मालिक संदीप तिवारी का अपहरण किया था।

कार में व्यवसायी से मारपीट की, फिर बेहोश कर दिया

पुलिस का कहना है कि 16 सितंबर की दोपहर 4.30 बजे आरोपी इमरान उर्फ सोनू ने व्यवसायी को कॉल करके शिरडी साईं अस्पताल के पास मिलने के लिए बुलाया था। यहां पर इमरान और तालिब का साथी पप्पू भी था। जब संदीप वहां पहुंचा तो इन तीनों ने मिलकर उसे कार में बैठा लिया।  आरोपियों ने व्यवसायी को कार में बैठाने के बाद उसके गले को तार से बांध दिया। इसके बाद उसके साथ काफी देर तक मारपीट की। फिर उसे बेहोश कर दिया। बेहोश करने के बाद व्यवसायी को ले जाकर झालदा में सूनसान मकान में रख दिया। इधर, परिजनों ने काफी खोजबीन के बाद किसी अनहोनी की आशंका को लेकर पुलिस में संदीप के अगवा होने की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। पुलिस तुरंत हरकत में आई और संदीप के कॉल डिटेल को खंगालना शुरू किया। इसके अलावा संदीप से जुड़े लोगों पर नजर रखनी शुरू की। पुलिस को कार चालक की गतिविधि पर शक हुआ। इस पर पुलिस ने उसका पीछा करना शुरू किया और फिर पूरी साजिश बेनकाब हो गई। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल लिया है।