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Ranchi Planetarium: 2 साल बाद खुला रांची का तारामंडल, विद्यार्थियों और आम लोगों की एंट्री फीस और शो का समय जारी

Updated May 26, 2022 | 12:24 IST

Ranchi Planetarium: शहर का तारामंडल फिर शुरू हो गया है। महामारी फैलने के कारण इसे बंद कर दिया गया था। बुधवार से यह वापस खुल गया है। हालांकि अभी यहां आने वाले लोगों की संख्या कम ही है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
रांची का तारामंडल फिर खुला
मुख्य बातें
  • चिरौंदी स्थित वराहमिहिर तारामंडल फिर आम लोगों के लिए खुला
  • पहला शो सुबह 11:30 बजे और दूसरा शो दोपहर 1:30 बजे से चलेगा
  • तीसरा शो दोपहर 3 बजे और चौथा शो शाम चार बजे से चलेगा

Ranchi Planetarium: कोरोना संक्रमण फैलने के बाद बंद हुआ वाराहमिहिर तारामंडल अब आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। चिरौंदी स्थित तारामंडल में अभी चार शो चलाए जा रहे हैं। पहला शो सुबह 11:30 बजे शुरू होता है। फिर दोपहर 1:30 बजे, तीसरा शो दोपहर 3 बजे से शुरू होता है। आखिरी और चौथा शो शाम 4 बजे चलाया जाता है। सार्वजनिक छुट्टी एवं रविवार को अतिरिक्त शो चलाया जाता है। उन मौकों पर दोपहर 12:30 बजे शो चलता है। 

शो देखने के लिए टिकट के दाम तय हैं। वयस्क का टिकट 50 रुपए, 12 साल से ऊपर के बच्चों के लिए 30 रुपए और 25 के समूह में आए छात्र-छात्राओं के लिए प्रति विद्यार्थी 20 रुपए का टिकट है। हर शो 25 से 35 मिनट का होता है। 

साइंस सेंटर अब भी बंद

इस परिसर में स्थित साइंस सेंटर का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा है। इस वजह से यह बंद है। बता दें इस तारामंडल के निर्माण पर 27 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। कोरोना संक्रमण के कारण दो साल तक तारामंडल बंद होने की वजह से चूहों ने बहुत नुकसान किया है। चूहों ने एसी प्लांट, कुर्सियां समेत कई सामान को बर्बाद कर या है। कई मशीनें खराब हो गईं हैं।   

कोलकाता की एजेंसी चला रही तारामंडल

वराहमिहिर तारामंडल को कोलकाता की एजेंसी चला रही है। इसका नाम नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम (एनसीएसएम) है। झारखंड सरकार ने बकाया बिजली बिल का भुगतान कर एजेंसी को बहाल किया है। तारामंडल के सफलतापूर्वक संचालन के लिए जेनरेटर दुरुस्त करवाया गया है। सरकार की योजना है कि कोलकाता की तरह साइंस सेंटर को साइंस सिटी के रूप में विकसित किया जाए। इसकी जिम्मेवारी क्रिएटिव म्यूजियम डिजाइनर्स को दी गई है। फिलहाल इसकी कागजी कार्यवाही चल रही है। बहुत जल्द ही इस योजना को धरातल पर उतारा जाएगा।