Mithun Rashi Varshik Rashifal 2020 (Gemini Yearly Horoscope 2020): मिथुन राशि को बुध ग्रह की राशि कहा गया है। ये लोग हमेशा अपने जीवनसाथी के प्रति शक्ति का स्वरूप बनकर रहते हैं। लेकिन अपनी सोच के पक्के होने के चलते इनकी शादीशुदा जिंदगी में तनाव भी रहता है। मिथुन राशि के लोग दूसरों का मन आसानी से पढ़ लेते हैं। लेकिन इनके स्वभाव की गर्मी इनको दूसरों के साथ आसानी से सहज नहीं होने देती है। मिथुन राशि के लोग उच्च प्रशासनिक सेवाओं में जाते हैं। ये बेहद कुशल प्रबंधक होते हैं। इनकी मित्र राशियों में वृष, तुला, मकर और कुम्भ आती हैं। साल 2020 में इनको लाभ का योग है। हालांकि इनके खर्च भी बढ़ेंगे लेकिन ये फिजूल नहीं जाएंगे। 2020 में इनका पैसा अच्छे कामों पर खर्च होगा।
- मिथुन वार्षिक स्वास्थ्य राशिफल 2020: 15 फरवरी तक हेल्थ में थोड़ी प्राब्लम रहेगी। 15 मई के बाद स्वास्थ्य सुख बेहतर हो जाएगा। स्किन प्राब्लम तथा बोन प्राब्लम की संभावना रहेगी। जिनको गले में दिक्कत रहती है तथा जिनको स्किन की समस्या है वो लोग मार्च से मई तक सावधानी बरतेंगे।
- मिथुन वार्षिक करियर राशिफल 2020: इस वर्ष आप जाँब में उन्नति करेंगे। इस वर्ष जॉब के ही सिलसिले में विदेश जाने का सुअवसर प्राप्त होगा। जून से नवम्बर के मध्य पदोन्नति या जाँब चेंज के अवसर मिलेंगे।
- मिथुन वार्षिक लव लाइफ राशिफल 2020: इस वर्ष 15 मार्च के बाद युवाओं को प्रेम में सफलता मिलेगी। विवाह के मार्ग प्रशस्त होंगे। वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा। जनवरी से 15 मार्च तक का समय विवाद का हो सकता है। जीवन साथी के स्वास्थ्य के प्रति भी सितम्बर से 16 नवम्बर तक सावधान रहना होगा।
- मिथुन वार्षिक आर्थिक राशिफल 2020: 15 मार्च तक थोड़ी परेशानी रहेगी। 15 अप्रैल के बाद धन प्राप्ति के सुखद संयोग बनेंगे। सितम्बर के बाद जमीन या मकान क्रय करेंगे।वाहन भी खरीद सकते हैं।इस वर्ष स्वर्ण तथा हीरे के आभूषण भी लेंगे।जनवरी से 15 मार्च तक धन का व्यय होता रहेगा। इस वर्ष धन तो आएगा लेकिन व्यय भी ज्यादा होगा। धन का व्यय अच्छे कार्यों में होगा।
- शुभ समय-15 अप्रैल से जून।अगस्त के भी महीना बेहतर है।अक्टूबर से दिसम्बर तक का समय बहुत श्रेयष्कर है।
उपाय- प्रतिदिम श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ कीजिये।प्रत्येक बुधवार को श्री गणेश जी को दूर्वा अर्पित कीजिये।प्रत्येक बुधवार गाय को पालक या हरा चारा खिलाएं। मूंग का दान कीजिए। गरीबों में वस्त्र का वितरण कीजिये। बुध के बीज मंत्र के साथ साथ शुक्र तथा शनि के बीज मंत्र का जप कीजिये। जो लोग बीमार रहते हैं या किसी रोग से पीड़ित हैं वो कुशोदक से शुभ मुहूर्त में रुद्राभिषेक कराएं।