- टॉपर छात्रों की स्टडी प्लान में होती है काफी समानता
- टॉप छात्र करते हैं रेगुलर रीव्यू व रिवीजन पर फोकस
- बेहतर करने के लिए सेल्फ डिसिप्लिन और स्ट्रेटेजी जरूरी
Toppers Study Tips in Hindi: पढ़ाई या किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के मन में सबसे बड़ा प्रश्न होता है टॉपर टॉप कैसे करते हैं? वे किस तरह से पढ़ाई करते और और किस तरह का पढ़ाई की स्ट्रेटेजी बनाते हैं? यह सही है कि पढ़ाई करने के लिए कोई सौ फीसदी सही फॉर्मूला नहीं है। हर किसी का पढ़ाई करने का अपना अलग स्टाइल व प्लान होता है, लेकिन यह भी सही है कि टॉप करने वाले ज्यादातर छात्र-छात्राओं के प्लान में काफी हद तक समानता होती है। टॉपर छात्र अपनी स्टडी स्ट्रेटेजी की बदौलत ही टॉप पोजिशन तक पहुंचते हैं। यहां पर हम ऐसे ही स्टडी स्ट्रेटेजी के बारे में बता रहे हैं, जो ज्यादातर टॉपर छात्र अपनाते हैं।
1. सिलेबस व एग्जाम पैटर्न की समझ
किसी भी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र सबसे पहले उस परीक्षा के सिलेबस व एग्जाम पैटर्न को अच्छे से समझ यह जानने की कोशिश करते हैं कि उन्हें क्या पढ़ना है। किस टॉफिक पर ज्यादा फोकस करना है और किसी टॉपिक पर कम। साथ ही ये किसी विषय को रट्टा मारने की जगह उसे समझने की कोशिश करते हैं।
2. सेल्फ डिसिप्लिन
टॉपर स्टूडेंट्स परीक्षा तैयारी के लिए खुद को मोटिवेट कर सेल्फ डिसिप्लिन का अभ्यास करते हैं। ये किसी कार्य के लिए अंतिम समय की प्रतीक्षा नहीं करते हैं, बल्कि हर कार्य को नियम और समय के अनुसार पूरा करते हैं। जिसके कारण ही इन्हें परीक्षा के अंतिम समय में किसी तरह की परेशानी नहीं होती।
3. नोट्स बनाने पर फोकस
ऐसे छात्र अपना हर कार्य व्यवस्थित तरीके से करते हैं। वे अपने साथ हमेशा ऐसे प्लानर रखते हैं, जिसमें डेली रूटीन से लेकर पढ़े गए टॉपिक्स का नोट तैयार करते रहते हैं। साथ ही ये खुद को डेली एक टारगेट भी देते हैं। जिसे हासिल करने पर फोकस देते हैं।
4. एक्टिव रीव्यू व रीवाइज
टॉप स्टूडेंट्स रेगुलर पढ़े गए टॉपिक का रीव्यू जरूरत करते हैं। वहीं जो छात्र ऐसा नहीं करते, उन्हें बाद में रीव्यू के लिए अलग से कई घंटे खर्च करने पड़ते हैं। टॉप स्टूडेंट्स हाई स्कोरिंग विषयों पर ज्यादा ध्यान देते हैं और इसके लिए फ्लैशकार्ड का उपयोग करते हैं।
5. एक्स्ट्रा स्टडी मैटीरियल
माना जाता है कि बगैर एक्स्ट्रा स्टडी मैटीरियल को पढ़े बगैर किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता नहीं मिलती है, क्योंकि एग्जाम में कुछ प्रश्न सिलेबस के बाहर से जरूर आते हैं। ऐसे में एक्स्ट्रा स्टडी मैटीरियल ही काम आते हैं। टॉप स्टूडेंट्स हमेशा एक्स्ट्रा मैटीरियल का पढ़ाई के लिए उपयोग करते हैं। इन छात्रों को अगर कोई टॉपिक ठीक से समझ में नहीं आता तो वे अन्य सोर्स की तलाश करते हैं।