नई दिल्ली : कोरोना वायरस दुनियाभर में तबाही मचा रहा है, जिससे अब तक 1.35 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20.94 लाख से ज्यादा इससे संक्रमित हैं। अब तक न तो इसका उपचार ढूंढा जा सका है और न ही वैक्सीन तैयार की जा सकी है। विशेषज्ञों के लिए भी अब तक इसे पूरी तरह समझ पाना मुश्किल रहा है। इस बीच इसके मरीजों में एक और लक्षण सामने आया है, जिससे लोगों में चिंताएं और बढ़ गई हैं।
आंखों में लालिमा भी कोरोना के लक्षण
कोरोना वारयस के अब तक जो प्रमुख लक्षण थे, उनमें सूखी खांसी, तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, थकान को इसके लक्षणों के तौर पर समझा जाता था, लेकिन अब आंखों का लाल होना भी इसके लक्षणों में शामिल हो गया है। अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ ऑफ्थमालजिस्ट ने एक रिसर्च के आधा पर 'कन्जंगक्टवाइटिस' को कोरोना वायरस संक्रमण के एक अन्य लक्षण के तौर पर चिन्हित किया है, जो कोरोना वायरस संक्रमण का एक असामान्य लक्षण है।
अतिरिक्त सावधानी है आवश्यक
हालांकि इस संबंध में चिंता की एक और बात यह बताई जा रही है कि आंखों में लालिमा कई बार सामान्य फ्लू और बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से भी हो जाता है और ऐसे में किसी के लिए भी यह समझ पाना मुश्किल हो सकता है कि उसे कोरोना वायरस का ही संक्रमण हुआ है। रिसर्च के आधार पर विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति को कन्जंगक्टवाइटिस की शिकायत है तो उसे कोरोना के अन्य लक्षणों पर भी ध्यान देना चाहिए।
चीन में भी हो चुके हैं शोध
शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि आखों में लालिमा ही नहीं, जलन, खुजली, आंखों से पानी आना भी कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। हालांकि कोविड-19 से संक्रमित मरीजों में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ प्रमुख लक्षण हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इसे लेकर चीन में भी शोध हो चुका है और आंखों से निकलने वाले आंसू के नमूनों की जांच में कई रिपोर्ट कोविड-19 को लेकर पॉजिटिव आए हैं।
1-3 प्रतिशत मरीजों में ये लक्षण
यह भी उल्लेखनीय है कि आंखों में लालिमा या 'कन्जंगक्टवाइटिस' को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस संक्रमण के सामान्य लक्षण के तौर पर नहीं बताया है। विशेषज्ञों का भी कहना है कि कोरोना के 1-3 प्रतिशत मरीजों में ही यह लक्षण पाया गया है और अगर किसी को सिर्फ 'कन्जंगक्टवाइटिस' की शिकायत हो और संक्रमण के अन्य लक्षण नहीं हों तो उसे बहुत चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन एहतियात बरतना और सतर्क रहना बेहद आवश्यक है, क्योंकि कोरोना का संक्रमण सामान्य लक्षण दिखाई देने के 14 दिन पहले भी हो सकता है।