नई दिल्ली : इसरो चेरयमैन के सिवन ने बुधवार (एक जनवरी 2020) के बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने चंद्रयान-3 के लिए मंजूरी दे दी है। इस पर काम शुरू हो गया है। दूसरे स्पेस पोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू किया गया है और यह पोर्ट तमिलनाडु के थूथुकुडी में होगा। इसके अलावा इसरो प्रमुख के सिवन ने कहा कि हमने चंद्रयान -2 पर अच्छी प्रगति की है, भले ही हम सफलतापूर्वक लैंड नहीं कर सके, ऑर्बिटर अभी भी काम कर रहा है, इसके अगले 7 वर्षों के लिए विज्ञान डेटा का उत्पादन करने के लिए कार्य किया जा रहा है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार (31 दिसंबर 2019) को कहा था कि भारत 2020 में चंद्रयान-3 को लॉन्च करेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान पर चंद्रयान-2 से भी कम लागत आएगी। पीएमओ में राज्य मंत्री सिंह ने कहा था कि चंद्रयान-2 को निराशा करार देना गलत होगा। जबकि यह चंद्रमा के सतह पर उतरने की भारत की पहली कोशिश थी और कोई देश पहली कोशिश में ऐसा नहीं कर सका। अमेरिका ने भी कई कोशिशें की थी।
राज्य मंत्री सिंह ने कहा था कि हां, लैंडर एवं रोवर मिशन के 2020 में होने की बहुत संभावना है। हालांकि, जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि चंद्रयान-2 मिशन को नाकाम नहीं कहा जा सकता क्योंकि हमने इससे काफी कुछ सीखा है। उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रयान-2 से मिले अनुभव और उपलब्ध बुनियादी ढांचा चंद्रयान-3 की लागत को घटाएगा। हालांकि, उन्होंने चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण का महीना बताने से इनकार कर दिया।