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Chandra Grahan: जानें क्या होता है 'चंद्रग्रहण' और कैसे होती है ये खगोलीय घटना

Updated Jan 09, 2020 | 16:46 IST

What is Chandra Grahan:चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है वहीं इसका धार्मिक महत्व भी होता है, जानें चंद्रग्रहण क्या है और कैसे ये घटित होता है।

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चंद्रग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहते है जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है

नई दिल्ली: साल 2020 के पहले ही महीने यानि जनवरी में चंद्रग्रहण  (Lunar Eclipse) 10 जनवरी को लगने जा रहा है,यह ग्रहण 10-11 जनवरी की रात के बीच होगा,जो कि लगभग सभी भारतीय शहरों में पूरी तरह से दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण रात 10.37 बजे से शुरू हो कर रात 2.42 बजे पर समाप्‍त होगा। 

भारत के अलावा ये ग्रहण यूरोप, एशिया, अफ्रीका और आस्‍ट्रेलिया महाद्वीपों में भी देखा जा सकेगा गौरतलब है कि इस बार चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा मिथुन राशि में विराजमान रहेगा।

वैसे तो चंद्रग्रहण खगोलीय घटना है मगर इसको ग्रहण काल और सूतक आदि को लेकर इसका धार्मिक महत्व भी है, लोगों के जेहन में ये सवाल आता होगा कि आखिर चंद्रग्रहण कैसे घटित होता है।

कैसे होता है चंद्रग्रहण
चंद्रग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहते है जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है। ऐसा तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में अवस्थित हों। इस ज्यामितीय प्रतिबंध के कारण चंद्रग्रहण केवल पूर्णिमा को घटित हो सकता है।

चंद्रग्रहण का प्रकार एवं अवधि चंद्र आसंधियों के सापेक्ष चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर करते हैं। चांद के इस रूप को 'ब्लड मून' भी कहा जाता है।चंद्र ग्रहण शुरू होने के बाद ये पहले काले और फिर धीरे-धीरे सुर्ख लाल रंग में तब्दील होता है।किसी सूर्यग्रहण के विपरीत, जो कि पृथ्वी के एक अपेक्षाकृत छोटे भाग से ही दिख पाता है, चंद्रग्रहण को पृथ्वी के रात्रि पक्ष के किसी भी भाग से देखा जा सकता है। 

जहाँ चंद्रमा की छाया की लघुता के कारण सूर्यग्रहण किसी भी स्थान से केवल कुछ मिनटों तक ही दिखता है, वहीं चंद्रग्रहण की अवधि कुछ घंटों की होती है। इसके अतिरिक्त चंद्रग्रहण को, सूर्यग्रहण के विपरीत, आँखों के लिए बिना किसी विशेष सुरक्षा के देखा जा सकता है, क्योंकि चंद्रग्रहण की उज्ज्वलता पूर्ण चंद्र से भी कम होती है।

इस साल अगला चंद्रग्रहण कब-कब होगा और कहां दिखेगा
5 जून, 2020:  यह एक पूर्ण ग्रहण होगा और दक्षिण अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका के अधिकांश एशिया और ऑस्ट्रेलिया के लोग इसे लाइव देख पाएंगे।
5 जुलाई, 2020: इस दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण अधिकांश उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पश्चिमी यूरोप और अफ्रीका से दिखाई देगा।
30 नवंबर, 2020: यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया और ऑस्ट्रेलिया से दिखाई देगा।