- रात्रि में माता काली जी की विधिवत पूजा करें व भैरो स्तोत्र का पाठ करें।
- आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है। आज शनिवार है।
- आज आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तथा चित्रा नक्षत्र है।
17 जुलाई 2021 का पंचांग। आज आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तथा चित्रा नक्षत्र है। आज भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ हनुमान जी की पूजा भी करें। शनिवार व गुप्त नवरात्र का अष्टमी का व्रत रहें। दान पुण्य करें। आज उड़द दान का बहुत महत्व है। रात्रि में माता काली जी की विधिवत पूजा करें व भैरो स्तोत्र का पाठ करें। आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है। आज शनिवार है।
आज बुध व शनि के बीज मंत्र के जप का दिवस है। प्रातःकाल पंचांग का दर्शन ,अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
आज का पंचांग 17 जुलाई 2021 (Today Panchang):
दिनांक | 17 जुलाई 2021 |
दिवस | शनिवार |
माह | आषाढ़, कृष्ण पक्ष |
तिथि | अष्टमी |
सूर्योदय | 05:39 am |
सूर्यास्त | 07:16 pm |
नक्षत्र | चित्रा |
सूर्य राशि | कर्क |
चन्द्र राशि | कन्या02:09pm तक फिर तुला |
करण | विष्टि03:47pm तक फिर बव |
योग | शिव 07:21am तक फिर सिद्ध |
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:58am से 12:54pm तक |
विजय मुहूर्त | 02:45pm से 03:38pm तक |
गोधुली मुहूर्त | 07:05pm से 07:29pm तक |
आज राहुकाल-प्रातः काल 09 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा। जीवन का कोई भी शुभ या मंगल कार्य इस समय के दौरान नहीं करना चाहिए।