- कमाई और दान का पता चलने पर पत्नी लगा सकती है आप पर पाबंदी
- अपमान का जिक्र पत्नी से कभी न करें, नहीं तो सुनने पड़ सकते हैं तानें
- अपनी कमजोरी को छुपाकर रखें, नहीं तो हो सकता है इसका दुरुपयोग
Chanakya Niti in hindi: आचार्य चाणक्य को दुनिया के महानतम अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ में से एक माना जाता है। उन्होंने अपनी नीतियों के बल पर एक साधारण से बालक चंद्रगुप्त मौर्य को भी भारतवर्ष का सम्राट बना दिया था। इनके द्वारा रचित नीतिशास्त्र में मनुष्य के जीवन को सरल और सफल बनाने से जुड़ी कई बातों का उल्लेख किया गया है। चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में परिवार, दुश्मन, दोस्त, दाम्पत्य जीवन, धन-संपत्ति आदि के साथ स्त्री से जुड़ी हुई कई बातों का भी उल्लेख किया है। आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र में महिलाओं के गुणों के साथ महिला और पुरुष के संबंधों का भी उल्लेख किया है। उन्होंने पुरुषों को महिलाओं के संबंध में कुछ ऐसे सुझाव दिए हैं जो कभी भी एक पति को अपनी पत्नी को नहीं बताना चाहिए।
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पूरी कमाई न बताएं
आचार्ण चाणक्य कहते हैं कि किसी पति को कभी भी अपनी पत्नी को पूरी कमाई के बारे में नहीं बताना चाहिए। उनका मानना है कि पत्नी को अगर अपने पति की कमाई के बारे में पता चल जाता है तो वह उन्हें खर्च करने पर रोक लगाने लगती हैं। वहीं पुरुषों को बाहर रहकर भी कुछ ऐसे खर्च करने पड़ते हैं, जो बेहद जरूरी होते हैं। इससे परेशानियां बढ़ने लगती हैं।
अपमान होने का न करें जिक्र
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, पुरुष को कभी भी खुद के साथ हुए अपमान का जिक्र अपनी पत्नी के सामने नहीं करना चाहिए। महिलाओं के बारे में ऐसा माना जाता है कि जब भी झगड़ा या मतभेद होता है तो वो इसी अपमान का बार-बार जिक्र कर ताना देती हैं। जिससे घाव हरे हो जाते हैं।
अपनी कमजोरी भी छुपा कर रखें
चाणक्यनीति के अनुसार एक पति को पत्नी से अपनी कमजोरी छुपाकर रखनी चाहिए। चाणक्य का मानना है कि अगर पत्नी को पति की कमजोरी के बारे में पता चल जाता है तो वो बार-बार उसी कमजोरी का हवाला देकर अपनी गलत जिद को भी पूरी करवा लेती हैं। इालिए पति को अपनी कमजोरी सदैव छिपाकर रखनी चाहिए।
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दान भी नहीं बताना चाहिए
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस प्रकार से शास्त्रों में ऐसा बताया गया यदि आप दान करते हैं तो वह इतना गुप्त होना चाहि। उसी प्रकार जब आप दान करें या फिर किसी की आर्थिक रूप से मदद करें तो इस बारे में अपनी पत्नी को बिल्कुल भी न बताएं। संभव है कि भविष्य में वह आपको ऐसा करने से रोकने लगे और आप पुण्य का कार्य भी न कर पाओ।