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Lord Jagannath: 4 महीने बाद खुला भक्तों के लिए भगवान जगन्नाथ का द्वार, जानिए दर्शन का समय,कोविड प्रोटोकॉल

Updated Aug 24, 2021 | 11:01 IST

4 महीने के बाद पुरी का भगवान जगन्नाथ मंदिर भक्तों के लिए खोल दिया गया है। भक्तों को दर्शन से पहले टाइमिंग के साथ कोविड प्रोटोकॉल का भी पूरा पालन करना होगा।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
चार महीने के बाद पुरी का भगवान जगन्नाथ मंदिर श्रद्धालुओँं के लिए खोल दिया गया है।

पुरी:  ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ के प्रसिद्ध मंदिर के कपाट सोमवार की सुबह करीब चार महीने के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए खोले गए।  कोविड-19 महामारी के चलते मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था। इस साल 24 अप्रैल से बंद मंदिर के कपाट सोमवार को आम श्रद्धालुओं के लिए खुलने के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों से आए श्रद्धालुओं को भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए कतारों में खड़े देखा गया।

श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने कहा कि भक्त सोमवार से शुक्रवार तक, सप्ताह के दिनों में सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक दर्शन कर सकते हैं। मंदिर सभी शनिवार और रविवार को सार्वजनिक दर्शन के लिए बंद रहेगा। पुरी के एसपी कंवर विशाल सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुगमता से भगवान के दर्शन करने के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सिंह ने कहा कि पुलिस ने श्रद्धालुओं से फीडबैक लेने के लिए एक विशेष केंद्र बनाया है। भक्त एक फॉर्म जमा करके या ऑनलाइन क्यूआर कोड स्कैनिंग सिस्टम के माध्यम से या तो मैनुअल के माध्यम से मंदिर में पुलिस सेवा पर अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत कर सकते हैं।

दर्शन के लिए जरूरी बातें/कोविड गाइडलाइंस

  • सभी श्रद्धालुओं को कोविड-19 के मद्देनजर जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करना होगा।
  • एसओपी के अनुसार, मंदिर में आने वाले सभी भक्तों को अपनी यात्रा से पहले 96 घंटे के भीतर किए गए परीक्षण के कोविड -19 टीकाकरण (दो खुराक लेने का) या कोविड 19 निगेटिव प्रमाण पत्र (आरटी-पीसीआर) के लिए मंदिर को अंतिम प्रमाण पत्र (आरटी-पीसीआर) देना होगा।
  • सभी भक्तों को अपना फोटो पहचान पत्र, आधार/मतदाता पहचान पत्र, आदि लाना होगा और सिंघद्वार के माध्यम से प्रवेश करना होगा। दर्शन के बाद निकास उत्तरद्वार से होगा।
  • सभी भक्तों के लिए मंदिर के अंदर और बाहर हर समय मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सभी अपने हाथों को अच्छे से साफ करके मंदिर में प्रवेश करेंगे।
  • मंदिर में सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक दर्शन करने की अनुमति होगी।
  • मंदिर सप्ताहांत में आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा क्योंकि इस दिन मंदिर परिसर को रोगाणु मुक्त करने का कार्य किया जाएग।
  • श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रवेश करने से पहले पूर्ण टीकाकरण का प्रमाण पत्र या अधिकतम 96 घंटे पहले कराए गए आरटी-पीसीआर जांच में निगेटिव आने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
  • मंदिर को जन्माष्टमी सहित सभी त्योहारों पर बंद रखने का फैसला किया गया है।

गौर हो कि कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के बाद, आम जनता के प्रवेश के लिए 24 अप्रैल, 2021 को मंदिर को बंद कर दिया गया था। सेवादार परिवारों और पुरी के नागरिकों को अनुमति देने के बाद सोमवार को मंदिर सभी भक्तों के लिए फिर से खुल गया। शनिवार और रविवार के अलावा, प्रमुख त्योहारों के अवसरों पर भी मंदिर बंद रहेगा, ताकि इस तरह के उत्सव के अवसरों पर होने वाली विशाल सभाओं के कारण कोविड -19 के संचरण में किसी भी तरह की वृद्धि से बचा जा सके। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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