- ज्योतिष शास्त्र में राहु को सबसे खराब ग्रह माना गया है
- राहु जीवन में परेशानियां पैदा करता है और बनते काम भी बिगड़ जाते हैं
- राहु कमजोर स्थिति में हैं तो घर में तंगी शादी में देरी व स्वास्थ्य को लेकर कई समस्याएं होने लगती हैं
Remove Bad Effects Of Rahu: कुंडली में ग्रहों का बहुत महत्व होता है। कुछ ग्रह हमारी स्थिति को खराब कर देते हैं व हमें परेशानियों में डाल देते हैं। ज्योतिष शास्त्र में राहु को सबसे खराब ग्रह माना गया है, जो जीवन में परेशानियां पैदा करता है और बनते काम भी बिगड़ जाता हैं। शास्त्रों के मुताबिक राहु का प्रकोप चिंता डर और भ्रम बढ़ाता है, हालांकि कुछ अवसर पर राहु शुभ स्थिति में भी होते हैं।
राहु अगर शुभ स्थिति में है तो व्यक्ति के सभी कार्य बनने लगते हैं। हर कार्य में सफलता मिलती है। वहीं अगर राहु कमजोर स्थिति में हैं तो घर में तंगी, शादी में देरी व स्वास्थ्य को लेकर कई समस्याएं होने लगती हैं। ज्योतिषी उपाय से राहु दोष से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में जो राहु दोष को दूर करता है...
इन मंत्र का करें जाप
ज्योतिषी के अनुसार, अगर आपकी कुंडली में राहु कमजोर स्थिति में है और इसके कारण आपको तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो आप राहु बीज मंत्र का जाप 108 बार रोजाना करें। यह मंत्र है ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:। इसके साथ ही हनुमान जी और माता सरस्वती जी की पूजा सुबह शाम जरूर करें। मंगलवार के दिन तिल और जौ किसी हनुमान मंदिर में दान करें। इसे राहु की स्थिति ठीक होने लगेगी और आपके बिगड़े काम सुधरने लगेंगे।
नाग की आकृति वाली अंगूठी पहने
राहु के प्रकोप से बचने के लिए चांदी की बनी नाग की आकृति वाली अंगूठी अपनी उंगली में जरूर पहने। ज्योतिषी से राय लेकर इसे अनामिका यानी छोटी उंगली के पास वाली उंगली में धारण करें। अंगूठी पहनने से पहले राहु की सामग्री मंदिर में दान करनी चाहिए। इस अंगूठी से राहु की स्थिति सुधरने लगती है, लेकिन ऐसा करने से पहले आपको पंडित से परामर्श जरूर लेना चाहिए।
घर में जलाएं चंदन का धूप
इसके अलावा राहु के अशुभ प्रकोप से बचने के लिए पूजा करते वक्त सुबह व शाम घर में चंदन का धूप जलाएं और हो सके तो घर में व अपने पास किसी भी पर्स में मोर के पंख जरूर रखें। इससे राहु की दशा का अशुभ प्रभाव आप में नहीं पड़ेगा।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)