लाइव टीवी

Lord Ganesha: घर में गणपति की कितनी मूर्तियां होनी चाहिए, ज्यादा मूर्ति रखी तो हो सकता है नुकसान

Updated May 12, 2022 | 11:43 IST

Lord Ganesha Puja Vidhi: सभी देवी-देवताओं में भगवान गणेश प्रथम पूजनीय माने जाते हैं। हिंदू धर्म के हर घर में भगवान गणेश की पूजा की जाती है। लेकिन घर पर गणपति पूजन के कुछ नियम होते हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है। तभी पूजा का शुभ फल प्राप्त होता है।

Loading ...
भगवान गणेश
मुख्य बातें
  • भगवान गणेश की 2 से अधिक मूर्ति घर पर ना रखें
  • खंडित मूर्ति में पूजा करना होता है अशुभ
  • दाईं ओर सूंड वाले गणपति की मूर्ति घर पर न रखें

Lord Ganesha Puja Vishi At Home: हिंदू धर्म में भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है। भगवान शिव से मिले वरदान के कराण उन्हें प्रथम पूजनीय देव माना जाता है। साथ ही उन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। इसलिए सभी देवी-दवेताओं और किसी भी शुभ कार्य में पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। किसी नए कार्य की शुरुआत में भी सबसे पहले गणेशजी की पूजा की जाती है। भगवान गणेश मंगलकारी होते हैं और उनकी पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। लेकिन सभी देवी-देवताओं की तरह गणेशजी की पूजा के भी कुछ नियम होते हैं। खासकर अगर घर पर भगवान गणेश की मूर्ति है तो नियमों का पालन करना जरूरी होता है।

ये भी पढ़ें: पूजा करते समय जरूर करें श्री गणेश के इन मंत्रों का जाप, घर में होगा लक्ष्‍मी जी का वास

अगर आप घर पर भगवान गणेश की पूजा करते हैं तो आपको पूजा के कुछ जरूरी नियमों के बारे में जरूर पता होना चाहिए, तभी पूजा का फल मिलेगा। घर पर भगवान गणेश की प्रतिमा या मूर्ति रखने के भी नियम होते हैं। अगर आप इससे ज्यादा मूर्ति रखते हैं तो इससे शुभ के बजाय अशुभ फल की प्राप्ति होने लगती है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि आखिर घर पर गणपति की कितनी मूर्तियां रखनी चाहिए।

घर पर भगवान गणेश की मूर्ति रखने के नियम

सबसे पहले जानते हैं कि घर पर भगवान गणेश की मूर्ति रखने के नियम क्या है। आप जब भी भगवान गणेश की प्रतिमा घर लाएं तो उनके सूंड को ध्यान में रखे। दाईं ओर सूंड वाले गणपति को सिद्धिविनायक कहा जाता है वहीं बाईं ओर सूंड वाले गणेश जी को वक्रतुंड कहा जाता है। अगर आप घर पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर रहे हैं तो हमेशा बाईं ओर सूंड वाले यानी वक्रतुंड गणेशजी की मूर्ति रखे। क्योंकि इनकी पूजा में नियम कम होते हैं। मंदिर की अपेक्षा घर पर किसी भी देवी-देवताओं की पूजा में नियमों का पालन करना मुश्किल होता है। इसलिए बाईं ओर सूंड वाले गणपति की मूर्ति को आप घर पर स्थापति कर सकते हैं।

वहीं दूसरी ओर दाईं ओर सूंड वाले गणेश जी को सिद्धिविनायक गणेश कहा जाता है। इनकी पूजा में कई तरह के नियमों का पालन करना होता है, जोकि घर पर संभव नहीं है। इसलिए सामान्यत: गणेशजी की ऐसी मूर्तियां मंदिरों में स्थापित होती है।

ये भी पढ़ें: बुधवार के द‍िन करें गणेश जी के इस मंत्र का 108 बार जाप, बप्‍पा बना देंगे बिगड़े काम

घर पर गणेश जी की कितनी मूर्तियां रखनी चाहिए

अगर आप घर पर गणेश भगवान की विधिवत पूजा करते हैं तो भूलकर भी गणपति की तीन मूर्तियां ना रखें। क्योंकि गणपति की तीन मूर्ति घर पर रखना बहुत अशुभ होता है। घर पर गणपति की एक या फिर दो ही प्रमिता रखें। लेकिन ध्यान रखें कि दोनों मूर्ति के दूसरे के आमने-सामने ना हों। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर घर पर भगवान की फोटो या मूर्ति है तो उसकी विधिवत पूजा करें ना कि उन्हें शोपीस की तरह घर पर सजाएं। पूजा की कोई मूर्ति खंडित ना हो इस बात का भी ध्यान रखें।

(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्‍स नाउ नवभारत इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है।)

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल