- इस वर्ष 2 फरवरी से आरंभ हो रहे हैं माघ मास की गुप्त नवरात्रि।
- गुप्त नवरात्रि के दौरान विधि अनुसार करें मां दुर्गा की पूजा।
- मां दुर्गा की पूजा में ना करें लोहे या स्टील के कलश का उपयोग।
Gupt Navratri 2022 Puja Vidhi, Date, Timings, Rules, Importance: हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष में कुल 4 बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। चैत्र और आश्विन माह में पड़ने वाले नवरात्रि को प्रमुख माना गया है। इस नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। वहीं, माघ और आषाढ़ मास में पड़ने वाली नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा करने का विधान है। वर्ष 2022 में माघ मास की गुप्त नवरात्रि आज यानी 2 फरवरी से प्रारंभ हो रही है (Gupt Navratri 2022 Date)। मान्यताओं के अनुसार, गुप्त नवरात्रि के दौरान जो भक्त सच्चे मन से मां दुर्गा की आराधना करता है उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है तथा मां दुर्गा उसे मालामाल कर देती हैं। यहां जानिए इस वर्ष गुप्त नवरात्रि में क्या खास है और मां दुर्गा की कैसे पूजा करनी चाहिए।
गुप्त नवरात्रि की पूजा विधि, Gupt Navratri Puja Vidhi in Hindi
गुप्त नवरात्रि के दिन सुबह प्रातः काल उठ कर नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर स्नान कर लें। फिर कलश स्थापना करें। इसके बाद मां दुर्गा को नारियल, श्रृंगार का सामान, फूल, फल, चुनरी आदि अर्पित करें। इसके पश्चात कलश पर रोली से ॐ और स्वास्तिक बनाएं। पूजा से पहले 'ॐ पुंडरीकाक्षाय नमः' मंत्र का जाप करें और पूजा प्रारंभ करें। ध्यान रहे पूजा के दौरान लोहे या स्टील के कलश का प्रयोग ना करें।
गुप्त नवरात्रि में इस बार क्या है खास?
इस वर्ष माघ मास में पड़ने वाली गुप्त नवरात्रि पर रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इन दोनों योग के रूप में अतिविशिष्ट मुहूर्त रहेगा। माना जाता है कि यह मुहूर्त नई शुरुआत करने के लिए या फिर कोई शुभ कार्य प्रारंभ करने के लिए लाभदायक होता है। इस मुहूर्त में जमीन खरीदना, घर खरीदना, नई गाड़ी खरीदना या किसी चीज में निवेश करना लाभकारी माना गया है।