लाइव टीवी

Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण को चढ़ाएं चांदी की बांसुरी, नौकरी-व्यवसाय के लिए करें ये उपाय

Updated Jul 30, 2022 | 16:23 IST

Janmashtami 2022 Puja: कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 18 अगस्त 2022 को है। इस दिन भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है। श्री कृष्ण को बांसुरी से बेहद लगाव था। मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण पर चांदी की बांसुरी चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और नौकरी-व्यवसाय में तरक्की मिलती है।

Loading ...
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
मुख्य बातें
  • श्री कृष्ण को चढ़ाएं चांदी की बांसुरी
  • चांदी की बांसुरी के उपाय से दूर होगी आर्थिक समस्या
  • दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की के लिए करें चांदी की बांसुरी का उपाय

Janmashtami 2022 Puja and Upay: जन्माष्टमी का त्यौहार देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन जन्माष्टमी मनाई जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इसी दिन रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इसलिए उनके जन्मोत्सव के रूप में यह त्यौहार मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन कान्हा के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है। इस दिन भजन-कीर्तन होते हैं और रात्रि जागरण भी किया जाता है। जन्माष्टमी के दिन पूजा-पाठ के साथ कुछ उपाय भी लाभकारी होते हैं। जन्माष्टमी के दिन बांसुरी से जुड़े कुछ उपाय करने से आपकी आर्थिक समस्या दूर हो सकती है।

श्रीकृष्ण को बांसुरी अतिप्रिय है। कृष्ण की हर प्रतिमा व तस्वीरों में उनके हाथों में बांसुरी जरूर देखी जाती है। कहा जाता है कि कृष्ण जब बांसुरी बजाते थे तो मनुष्य से लेकर पशु तक सम्मोहित हो जाते हैं। वास्तु के अनुसार घर पर बांसुरी रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। लकड़ी, बांस, चंदन, पीतल और सोना-चांदी कई तरह की बांसुरी आती है। लेकिन जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण को चांदी की बांसुरी चढ़ाने से धन-संबंधी परेशानियां दूर होगी है और नौकरी-व्यापार में दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की होती है।

Also Read: Jyotish Shastra: जानिए, क्यों बड़े बुजुर्ग रात के वक्त बाल काटने के लिए करते हैं मना, क्या है कारण?

श्री कृष्ण पर चढ़ाएं चांदी की बांसुरी

बांसुरी को प्रेम और सद्भावना का प्रतीक माना गया है। कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की पूजा होती है। श्रीकृष्ण को बांसुरी अतिप्रियत है इसलिए उन्हें बंशीधर और मुरलीधर जैसे नामों से भी जाना जाता है। बांसुरी या मुरली को कृष्ण के शुभ प्रतीकों में एक माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार जन्माष्टमी के मौके पर बाल गोपाल पर चांदी की बांसुरी चढ़ाना शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन चांदी की बांसुरी से भगवान कृष्ण की पूजा करने से सारी समस्याएं दूर होती है और जीवन की राहों में तरक्की मिलती है।
 

Also Read: Raksha bandhan Story: श्रीकृष्ण-द्रोपदी से लेकर इंद्रदेव-शचि तक, जानें रक्षाबंधन से जुड़ी तीन पौराणिक कहानियां

बांसुरी को घर में रखें नौकरी-व्यवसाय में मिलेगी तरक्की

जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण पर चढ़ाएं गए चांदी की बांसुरी को तिरोजी में रखना शुभ माना गया है। पूजा की गई बांसुरी को घर पर रखने से धन-संपत्ति में वृद्धि होती है। आप चांदी की छोटी सी बांसुरी को श्रीकृष्ण को चढ़ाकर इसे अपने पर्स में रख सकते हैं। इससे पैसों की तंगी दूर होती है और व्यवसाय-नौकरी में उन्नति होती है।



नौकरी-व्यवसाय के लिए करें पालनहार की पूजा

भगवान कृष्ण को जगत पालनहारी भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना गया है। जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान कृष्ण से जुड़े शुभ प्रतीकों से उनकी पूजा करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और नौकरी व्यवसाय आ रही समस्याएं दूर होती है। 

(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल