- दिवाली के अवसर पर ध्यान रखनी चाहिए मूर्तियों से जुड़ी कुछ खास बातें।
- मूर्ति, प्रतिमा या तस्वीर खरीदते हुए कुछ पहलुओं का रखना चाहिए ध्यान।
- यहां जानिए दीपावली पर लक्ष्मी जी और गणेश जी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।
दीपावली यानी दिवाली का अवसर बाजारों में रौनक का होता है और इस मौके पर धन की देवी लक्ष्मी का आगमन भी होता है। इस बार भी बाजारों में रौनक है और दिवाली 4 नवंबर 2021 को गुरुवार के दिन मनाई जा रही है। दीवाली पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा होती है और दिवाली पूजन में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की नई प्रतिमा या मूर्ति भी रखते हैं। दीपावली के लिए भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्ति से जुड़ी कुछ खास बातें ध्यान रखना चाहिए, खरीदते हुए मूर्तियों को लेकर यह बातें ध्यान में रखना आवश्यक हैं।
- लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते हुए ध्यान रहे कि तस्वीर या फोटो में उनके हाथ से धन वर्षा हो रही हो, उसे ही खरीदें। हाथ से सिक्के या धन गिरने वाली मूर्ति को धन लक्ष्मी का स्वरूप कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि दीवाली पर धन लक्ष्मी की पूजा करने पर घर में धन-धान्य कम नहीं होता।
- गणेश जी की प्रतिमा या मूर्ति खरीदते हुए ध्यान दें कि उनकी सूंड बाईं तरफ मुड़ी हो और उनका वाहन चूहा साथ में जरूर बना हो।
- गणेश-लक्ष्मी जी की बैठे हुए मुद्रा वाली मूर्ति का पूजन ज्यादा शुभ माना जाता है। खड़ी मुद्रा की मूर्ति को उग्र स्वभाव की माना जाता है और इसलिए दिवाली पर बैठी हुई मुद्रा की मूर्ति पूजा करनी चाहिए।
- मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की अलग-अलग मूर्तियां खरीदने पर जोर दें। संयुक्त मूर्ति खरीदने में कोई खास बुराई तो नहीं है, लेकिन वह हमेशा एक मूर्ति ही मानी जाएगी। इनका पंचोपचार पूजन नहीं हो पाता।
- भगवान गणेश के हाथ में मोदक लिए हुए मूर्ति को ही दीवाली की पूजा में रखना चाहिए। ऐसा करने से घर सुख-शांति आने की मान्यता शास्त्रों में कही गई है।
- दिवाली के दिन उल्लू के बजाए हाथी या कमल पर विराजमान मां लक्ष्मी की मूर्ति की पूजा करनी चाहिए। यह ज्यादा शुभ माना जाता है
- दीवाली पर मिट्टी से बनी मूर्ति का पूजन सबसे शुभ होता है। इसके अतिरिक्त अष्टधातु, पीतल या चांदी की मूर्ति का पूजन भी करना चाहिए।
इसके अलावा एक सामान्य बात बहुत ध्यान रखने योग्य है कि दीवाली पूजन में खंडित या टूटी हुई मूर्ति को शामिल नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा कहते हैं कि ऐसा करने से अशुभता घर के अंदर आती है।