- ज्योतिष उपायों से कम होता है नजर दोष का प्रभाव
- लाल मिर्च के उपाय से दूर होगा नजर दोष
- नजर लगने से बीमार और चिड़चिड़ा हो जाता है बच्चा
Astro Tips For Nazar Dosh: नजर उतारने की परंपरा सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में सालों से चली आ रही है। व्यक्ति की तरक्की, मकान, दुकान और नौकरी में प्रमोशन से लेकर कई तरह के चीजों पर लोगों की बुरी नजर लग जाती है। छोटे बच्चों को तो आए दिन नजर लगती रहती है, जिसके कारण वे बीमार पड़ जाते हैं, खाना पीना छोड़ देते हैं और चिड़चिड़े हो जाते हैं। यहां तक कि नवजात बच्चे को जब नजर लगती है तो वह दूध भी पीना छोड़ा देता है। बच्चों को नजर लगने का कारण बुरी नजर का प्रभाव या फिर नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश करना माना जाता है। ज्योतिष में नजर उतारने के कई उपायों के बारे में बताया गया है।
नजर लगने और उतारने को लेकर कई लोग विश्वास नहीं करते हैं। लेकिन जब बच्चा बिना कारण खाना-पीना छोड़ दे और चिड़चिड़ा हो जाए तो नजर उतारना जरूरी हो जाता है। बड़े बुजुर्ग भी इसलिए हमेशा बच्चे की नजर उतारने की बात कहते हैं। ज्योतिष के इन अचूक उपायों से बच्चे के ऊपर लगा बड़े से बड़ा नजरदोष भी चुटकियों में दूर हो जाएगा।
बच्चे का चिड़चिड़ापन होगा दूर
यदि बच्चा चिड़चिड़ा हो गया है और रोता ही जा रहा है तो इसके लिए आप एक तांबे के लोटे में पानी और फूल डालें। इसे बच्चे के सिर से लेकर पैर तक 11 बार उतारें और फिर इस पानी को किसी गमले में डाल लें। इससे नजरदोष का प्रभाव कम हो जाता है।
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लाल मिर्च से दूर होगा नजरदोष
साबुत लाल मिर्च से बच्चों की नजर उतारने की परंपरा काफी पुरानी है। ज्योतिष में इसे अचूक उपाय बताया गया है। ज्योतिष के अनुसार लाल साबुत मिर्च को बच्चे के ऊपर से तीन बार उतारे और इसे जला दें। इससे धीरे-धीरे बच्चे का नजर उतर जाता है।
बच्चे के विकास में बाधा
यदि बच्चे का विकास रुक गया है तो इसके लिए फिटकिरी और सरसों को बच्चे के ऊपर से सात बार उतारें और इसे आग में जला दें। इससे बच्चे के विकास पर लगी बुरी नजर का प्रभाव दूर हो जाता है।
बच्चा नहीं पी रहा दूध
यदि आपका बच्चा दूध नहीं पी रहा, रो रहा और चिड़चिड़ा हो गया है तो इसके लिए शनिवार के दिन कच्चा दूध बच्चे के ऊपर से 7 बार उतारें और इस दूध को किसी कुत्ते को पिला दें। इससे बच्चा दूध पीने लगेगा।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)