- राम नवमी पर लक्ष्मी पूजन करने का है विशेष महत्व।
- लक्ष्मी पूजन के बाद जरूर करें माता की आरती।
- मां लक्ष्मी की आराधना से पूरी होती हैं भक्तों की मनोकामनाएं।
Ram Navami 2022 Puja Vidhi, Shubh Muhurat, Mantra, Aarti: हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, भगवान विष्णु के सातवें अवतार यानी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर हुआ था। इस तिथि को सनातन धर्म में राम नवमी के नाम से जाना जाता है। आज पूरे भारत में राम नवमी की धूम है। भगवान श्री राम के भक्तों के लिए यह तिथि बेहद विशेष है। मान्यताओं के अनुसार, राम नवमी तिथि पर जो भक्त विधि अनुसार रामलला की पूजा करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह भी कहा जाता है कि राम नवमी तिथि पर मां लक्ष्मी की पूजा करना भी भक्तों के लिए लाभदायक है। सुख, समृद्धि, धन और संपत्ति की देवी मां लक्ष्मी की पूजा राम नवमी के दिन करने से वह प्रसन्न होती हैं। कहा जाता है कि जिस व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है उसे कभी भी धन संबंधित परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। वह व्यक्ति जिस पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है उसके जीवन में कभी भी धन और संपत्ति की कमी नहीं होती है। अगर आप भी राम नवमी पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो यहां देखें पूजा विधि और मुहूर्त।
राम नवमी तिथि और पूजा मुहूर्त (Ram Navami 2022 Date And Puja Vidhi)
राम नवमी तिथि: 10 अप्रैल 2022, रविवार
राम नवमी तिथि प्रारंभ समय: 10 अप्रैल 2022 सुबह 01:32
राम नवमी तिथि समापन समय: 11 अप्रैल 2022 दोपहर 03:15
पूजा के लिए शुभ मुहूर्त: 10 अप्रैल सुबह 11:10 से दोपहर 01:32 तक
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:31 से सुबह 05:16
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अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:57 से दोपहर 12:48
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:30 से दोपहर 03:21
गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:31 से शाम 06:55
अमृत काल: 10 अप्रैल रात 11:50 से 11 अप्रैल सुबह 01:35
निशिता मुहूर्त: रात 12:00 से 11 अप्रैल 12:45
रवि पुष्य योग: पूरे दिन
सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन
रवि योग: पूरे दिन
मां लक्ष्मी की पूजा विधि (Maa Laxmi Puja Vidhi)
राम नवमी कर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सबसे पहले अपने घर की साफ सफाई कर लें। इसके बाद गंगाजल से अपने घर को शुद्ध और पवित्र करें। अब अपने पूजा घर में एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित कर दें। इसके साथ चौकी के पास जल से भरा एक कलश रखें। अब माता लक्ष्मी को तिलक लगाकर दीपक जलाएं और चावल, फूल, गुड़, हल्दी, मौली, अबीर-गुलाल आदि मां लक्ष्मी को अर्पित करें और महालक्ष्मी स्तुति करें। मां लक्ष्मी की पूजा पूरे परिवार को मिलकर करना चाहिए। पूजा के बाद श्रद्धा अनुसार जरूरतमंद लोगों को मिठाई और दक्षिणा दें। इस दिन दान भी करें।