- कभी भी धारण न करें दूसरे का रत्न
- अमावस्या, ग्रहण और संक्रांति के दिन न पहनें रत्न
- रत्न धारण करने से पहले जरूर लें ज्योतिषीय सलाह
Astrology Rules for Gemology: ज्योतिष में ग्रह और राशि के अनुसार रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। ज्योतिष शास्त्र और रत्न शास्त्र में ग्रहों के दुष्प्रभाव से बचने के लिए कई तरह के रत्नों के बताए गए हैं। इन्हें धारण करने से ग्रहों का दुष्प्रभाव कम होने लगता है और व्यक्ति की समस्याएं दूर हो जाती है। लेकिन कई बार जानकारी के अभाव में या तो हम गलत रत्न धारण कर लेते हैं या फिर रत्न धारण करने से जुड़े नियमों का पालन नहीं करते। इसलिए यह जानना जरूरी है कि किसी रत्न को धारण करने से पहले किन नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
अगर आप बिना जाने रत्न धारण करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है और इससे आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए रत्न को धारण करने से पहले इससे जुड़े लाभ और हानि के बारे में आपको अवश्य जाना चाहिए। जानते हैं रत्नों से जुड़ी 10 जरूरी बातों के बारे में..
रत्नों से जुड़ी 10 जरूरी बातें
- ज्योतिष आपको जिस रत्न को धारण करने की सलाह देते हैं, उसे खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि वह असली हो। इसके लिए आप किसी अच्छे ज्योतिष की मदद ले सकते हैं।
- सभी रत्नों से जुड़ा एक विशेष मंत्र होता है। इसलिए रत्न को धारण करते समय उससे संबंधित मंत्र का उच्चारण करना जरूरी होता है। क्योंकि अभिमंत्रित किए हुए रत्न ही लाभदायक होते हैं।
- रत्न धारण करने के बाद उसे बार-बार हाथों से निकालना नहीं चाहिए। इससे उसका प्रभाव कम हो जाता है।
- इस बात का भी ध्यान रखें कि कभी भी खंडित या टूटी-फूटी रत्न को न पहनें या फिर किसी रत्न का रंग बदल गया हो तो ऐसे रत्नों को भी नहीं पहनना चाहिए। ऐसे रत्न फायदे के बजाय नुकसान पहुंचाने लगते हैं।
- आपको जो रत्न पहनने की सलाह दी जाती है उसे धारण करते समय ध्यान रखें कि वह आपकी त्वचा को स्पर्श करता हो। इसलिए रत्न को अंगूठी में जड़वाते समय इस बात का ध्यान रखें कि पहनने के बाद रत्न आपकी त्वचा को स्पर्श करे।
- कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति का रत्न धारण नहीं करना चाहिए। इसके अलावा अपना रत्न भी किसी दूसरे को पहनने नहीं देना चाहिए।
- रत्नों का किसी न किसी धातु से संबंध होता है। इसलिए रत्नों को उससे संबंधित धातु पर ही जड़वा कर पहनना चाहिए।
- सभी रत्नों में नीलम और हीरा ऐसे रत्न हैं जो हर व्यक्ति को सूट नहीं करता। इसलिए इन रत्नों को धारण करने से पहले किसी ज्योतिष की सलाह अवश्य लें।
- कभी भी शौक या स्टाइल के लिए कोई रत्न धारण न करें। क्योंकि रत्नों का संबंध व्यक्ति की ग्रह दशा से होता है। इसलिए ज्योतिष की सलाह से ही अपनी राशि और ग्रह के अनुसार रत्न धारण करना चाहिए।
- रत्न को धारण करने के लिए विशेष दिन भी होते हैं और इससे संबंधित दिन या ज्योतिष के बताए अनुसार दिन पर ही रत्न को धारण करना चाहिए। लेकिन कभी भी अमावस्या, ग्रहण या संक्रांति के दिन कोई भी रत्न धारण करने से बचना चाहिए।
अगर आप रत्न धारण करने से पहले इन जरूरी बातों को ध्यान में रखेंगे तो अवश्य ही बुरे प्रभाव कम होंगे और इससे जुड़े दुष्प्रभाव से भी बच सकेंगे।
(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)