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Navratri 2022 Date, Puja Vidhi, Muhurat: मां कालरात्रि को चढ़ाएं गहरे रंग का लाल चादर, सातवें दिन लगाए ये है पूरा भोग

Updated Apr 02, 2022 | 10:08 PM IST

Chaitra Navratri 2022 Start Date, Puja Vidhi, Kalash Sthapna Muhurat, Timings, Samagri, Mantra: चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व आज यानि 2 अप्रैल से प्रारंभ हो गया है। इन 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा का विधान है। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है। अगर आप भी नवरात्रि का व्रत रख रहे हैं तो यहां जानें तिथि, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त। हर दिन हर माता को अलग-अलग भोग चढ़ाया जाता है। जानिए सातवें दिन का भोग।

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Navratri 2022 Puja Vidhi

Navratri 2022 Date, Puja Vidhi, Kalash Sthapna Muhurat, Samagri, Mantra: भारत में चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व हर्षोल्लास और श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता है। इन 9 दिनों में मां शक्ति के नौ स्वरूपों की पूजा विधि अनुसार की जाती है। वैसे तो वर्ष में कुल 4 बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है लेकिन चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व अधिक है। मान्यताओं के अनुसार, देवी दुर्गा की विधि अनुसार पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है। मां शैलपुत्री को मातृ शक्ति यानी स्नेह, करुणा और ममता का स्वरूप माना जाता है। हर दिन हर माता को अलग-अलग भोग चढ़ाया जाता है। नवरात्र में जानिए जानिए सातवें दिन के भोग।।

Navratri 2022 Puja Vidhi And Shubh Muhurat: इस दिन होगा देवी दुर्गा का आगमन, नोट करें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

चैत्र नवरात्र आज से प्रारंभ, मां शैलपुत्री की पूजा की देखें सामग्री

कहा जाता है कि जो भक्त विधि अनुसार और श्रद्धा भाव से मां दुर्गा की आराधना करता है उसे यश, वैभव, सुख, समृद्धि, ज्ञान और स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। देवी दुर्गा की पूजा करने से शत्रुओं का विनाश होता है और हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। 

Navratri 2022 Colours: यह हैं नवरात्र के नौ शुभ रंग, दिन के अनुसार जानें रंगों का महत्व 

अगर आप भी देवी दुर्गा को समर्पित चैत्र नवरात्रि का व्रत रख रहे हैं तो यहां जानें इस वर्ष चैत्र नवरात्रि कब से प्रारंभ हो रही है। इसके साथ इस लाइव ब्लॉग के जरिए चैत्र नवरात्रि की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, उपाय, मंत्र, आरती आदि नोट कर लें।

Apr 02, 2022  |  08:04 PM (IST)
माता कालरात्रि को चढ़ाएं गहरे रंग का लाल चादर

देवी दुर्गा का सातवां स्वरूप देवी कालरात्रि को समर्पित होता है। इस दिन देवी मां को गहरे लाल रंग का प्रसाद चढ़ाएं। गुड़ चढ़ाना उन्हें बेहद प्रसन्न करता है।

Apr 02, 2022  |  07:09 PM (IST)
मां कात्यायनी के लिए लौकी, शहद का प्रसाद

मां दुर्गा का छठवां रूप कात्यायनी का है और इस दिन माता को प्रसन्न करने के लिए लौकी, शहद या हरे रंग का प्रसाद भोग में बनाना चाहिए।

Apr 02, 2022  |  06:27 PM (IST)
स्कन्दमाता को पीला रंग पसंद


नवरात्र का पांचवां दिन देवी स्कन्दमाता का होता है। देवी माता को पीला रंग बेहद पसंद है। इस दिन देवी मां को पीला भोग लगाना चाहिए,जैसे केला या बेसन का हलवा या बेसन के लड्डू आदि।

Apr 02, 2022  |  05:41 PM (IST)
देवी माता को लाल भोग चढ़ना चाहिए

नवरात्र का चौथे दिन मां कुष्मांडा को समर्पित होता है। इस दिन देवी माता को लाल भोग चढ़ना चाहिए। जैसे मालपुआ, हलवा या लाल मिठाई।

Apr 02, 2022  |  05:12 PM (IST)
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा का प्रसाद

नवरात्रि का तीसरे दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित होता है। देवी चंद्रघंटा को दूध और दूध से बनी चीजें बेहद पसंद हैं और यही भोग उन्हें चढ़ाना चाहिए।   

Apr 02, 2022  |  04:04 PM (IST)
मां शैलपुत्री को चढ़ाएं ये भोग

नवरात्रि का पहला दिन देवी शैलपुत्री को समर्पित है। पर्वराज हिमालय की पुत्री मां शैलपुत्री का प्रिय रंग सफेद हैं। देवी मां को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के प्रथम दिन आपको उन्हें सफेद रंग का भोग अर्पित करना चाहिए। मखाने की खीर, सफेद मिठाई या फूल मखाना माता को भोग लगाने से देवी प्रसन्न होती हैं।

Apr 02, 2022  |  03:22 PM (IST)
श्री रामरक्षास्तोत्र का पाठ बहुत ही पुण्यदायी

नवरात्र में प्रतिदिन ब्रम्हमुहूर्त में श्री रामरक्षास्तोत्र का पाठ बहुत ही पुण्यदायी है। किसी भी प्रकार के रोग व भय से मुक्त करने के लिए यह बहुत ही रामबाण उपाय है। घर के सभी सदस्य मिलकर घर पर माता का संकीर्तन करें व सुंदरकांड का पाठ करें।

Apr 02, 2022  |  02:46 PM (IST)
Chaitra Navratri 2022: नमो नमो दुर्गे सुख करनी

नमो नमो दुर्गे सुख करनी
नमो नमो अम्बे दुःख हरनी...
नवरात्रि की पावन शुभकामनाएं...

Apr 02, 2022  |  02:26 PM (IST)
अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती ल‍िर‍िक्‍स ह‍िंदी में  

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

तेर भक्त जानो पर मैया भीड़ पड़ी है भारी,
दानव दल पर टूट पड़ो माँ कर के सिंह सवारी ।
सो सो सिंहों से है बलशाली,
है अष्‍ट भुजाओं वाली,
दुखिओं के दुखड़े हारती ।

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

माँ बेटे की है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता,
पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता ।
सबपे करुना बरसाने वाली,
अमृत बरसाने वाली,
दुखिओं के दुखड़े निवारती ।

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

नहीं मांगते धन और दौलत ना चांदी ना सोना,
हम तो मांगे माँ तेरे मन में एक छोटा सा कोना ।
सब की बिगड़ी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली,

सतिओं के सत को सवारती ।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

चरण शरण में खड़े तुम्हारी, ले पूजा की थाली। वरद हस्त सर पर रख दो माँ संकट हरने वाली॥
मैया भर दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओं वाली, भक्तों के कारज तू ही सारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती, हम सब उतारे तेरी आरती॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

Apr 02, 2022  |  02:02 PM (IST)
Navratri 2022 Upay

आज से नवरात्र प्रारंभ हो गए हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा की विधि अनुसार पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, मां दुर्गा की पूजा में लाल रंग की चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि लाल रंग मां दुर्गा का प्रिय रंग माना गया है। इसलिए माता रानी की पूजा में लाल फूल और लाल चुनरी के साथ आसन पर भी लाल रंग का कपड़ा बिछाएं।

Apr 02, 2022  |  01:05 PM (IST)
कन्या राशि के जातक करें यह उपाय

कन्या राशि के स्वामी बुध माने गए हैं। कन्या राशि वाले लोगों को मां दुर्गा की पूजा के दौरान उन्हें गुड़हल, गुलाब, गेंदा और हरसिंगार जैसे सुगंधित पुष्प अर्पित करने चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, यह उपाय करने से मनोरथ पूर्ण होती हैं। इसके साथ बुध के साथ अन्य ग्रहों की अनुकूलता भी प्राप्त होती है।

Apr 02, 2022  |  12:38 PM (IST)
Chaitra Navratri 2022: कर्क राशि के जातक ऐसे करें मां दुर्गा की पूजा

चंद्र को कर्क राशि का स्वामी माना गया है। मां शक्ति को प्रसन्न करने के लिए कर्क राशि के जातक नवरात्रि पर देवी को सफेद और गुलाबी फूल अर्पित करें जैसे श्वेत कमल, गेंदा, श्वेत कनेर, सदाबहार, गुडहल, चमेली, रातरानी। मान्यताओं के अनुसार, यह उपाय करने से चंद्र जनित दोषों से मुक्ति मिलती है।

Apr 02, 2022  |  12:08 PM (IST)
Maa Durga Ke Mantra: मां दुर्गा के मंत्र

1. सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
    शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।


2. ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
    दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।

Apr 02, 2022  |  11:38 AM (IST)
Chaitra Navratri 2022 Upay

अगर आपके घर में हमेशा झगड़ा या कलेश होता रहता है तो नवरात्र के पहले दिन से अंतिम दिन तक पान के पत्ते पर केसर लगा कर मां दुर्गा को अर्पित करें। ऐसा करने से घर में सुख, शांति बनी रहेगी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। 

Apr 02, 2022  |  11:14 AM (IST)
Chaitra Navratri Puja Vidhi: नवरात्र में जरूर करें दुर्गा चालीसा का पाठ

मां दुर्गा चालीसा

नमो नमो दुर्गे सुख करनी।
नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥

निरंकार है ज्योति तुम्हारी।
तिहूं लोक फैली उजियारी॥

शशि ललाट मुख महाविशाला।
नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥

रूप मातु को अधिक सुहावे।
दरश करत जन अति सुख पावे॥

तुम संसार शक्ति लै कीना।
पालन हेतु अन्न धन दीना॥

अन्नपूर्णा हुई जग पाला।
तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥
प्रलयकाल सब नाशन हारी।
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें।
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥

रूप सरस्वती को तुम धारा।
दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥

धरयो रूप नरसिंह को अम्बा।
परगट भई फाड़कर खम्बा॥
रक्षा करि प्रह्लाद बचायो।
हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं।
श्री नारायण अंग समाहीं॥

क्षीरसिन्धु में करत विलासा।
दयासिन्धु दीजै मन आसा॥

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी।
महिमा अमित न जात बखानी॥
मातंगी अरु धूमावति माता।
भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥

श्री भैरव तारा जग तारिणी।
छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥

केहरि वाहन सोह भवानी।
लांगुर वीर चलत अगवानी॥

कर में खप्पर खड्ग विराजै।
जाको देख काल डर भाजै॥
सोहै अस्त्र और त्रिशूला।
जाते उठत शत्रु हिय शूला॥

नगरकोट में तुम्हीं विराजत।
तिहुंलोक में डंका बाजत॥

शुंभ निशुंभ दानव तुम मारे।
रक्तबीज शंखन संहारे॥

महिषासुर नृप अति अभिमानी।
जेहि अघ भार मही अकुलानी॥
रूप कराल कालिका धारा।
सेन सहित तुम तिहि संहारा॥

परी गाढ़ संतन पर जब जब।
भई सहाय मातु तुम तब तब॥

अमरपुरी अरु बासव लोका।
तब महिमा सब रहें अशोका॥

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी।
तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥
प्रेम भक्ति से जो यश गावें।
दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥

ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई।
जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी।
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥

शंकर आचारज तप कीनो।
काम अरु क्रोध जीति सब लीनो॥
निशिदिन ध्यान धरो शंकर को।
काहु काल नहिं सुमिरो तुमको॥

शक्ति रूप का मरम न पायो।
शक्ति गई तब मन पछितायो॥

शरणागत हुई कीर्ति बखानी।
जय जय जय जगदम्ब भवानी॥

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा।
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा॥
मोको मातु कष्ट अति घेरो।
तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो॥

आशा तृष्णा निपट सतावें।
रिपू मुरख मौही डरपावे॥

शत्रु नाश कीजै महारानी।
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी॥

करो कृपा हे मातु दयाला।
ऋद्धि-सिद्धि दै करहु निहाला।
जब लगि जिऊं दया फल पाऊं ।
तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं ॥

दुर्गा चालीसा जो कोई गावै।
सब सुख भोग परमपद पावै॥

देवीदास शरण निज जानी।
करहु कृपा जगदम्ब भवानी॥

Apr 02, 2022  |  10:18 AM (IST)
Chaitra Navratri 2022: घटस्थापना क्यों किया जाता है

आज से नवरात्रि प्रारंभ हो गई है, नवरात्र के पहले दिन घटस्थापना का विधान है। मान्यताओं के अनुसार, घटस्थापना करना लाभदायक माना गया है। कहा जाता है कि नवरात्रि पर कलश स्थापना करने से घर की सभी नकारात्मक ऊर्जाएं दूर चली जाती हैं। 

Apr 02, 2022  |  09:41 AM (IST)
नवरात्र पर बन रहे हैं यह शुभ मुहूर्त (Chaitra Navratri 2022 Shubh Muhurat)

घटस्थापना का शुभ मुहूर्त: सुबह 6:03 से 8:31 तक

अभिजीत मुहूर्त: 12:13 am से 12:51 pm तक 

विजय मुहूर्त: 02:29 pm से 03:17 pm तक 

गोधुली मुहूर्त: 05:54 pm से 06:28 pm तक

ब्रह्म मुहूर्त: 04:38 am से 05:24 am तक

अमृत काल: 08:53 am से 10:32 am तक

Chandrayaan 3