हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। भारत में इस दिन हर जगह हर्षोल्लास और रौनक देखने को मिलता है। भगवान गणेश के भक्त गणेश चतुर्थी के पर्व को बेहद धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन गणेश मंदिरों में भक्तों का भारी जमावड़ा लगता है। मान्यताओं के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की विधि अनुसार पूजा करने से सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
Ganesh Chaturthi 2022 Date, Puja Vidhi, Mantra
विघ्नहर्ता गणेश की विधि अनुसार पूजा करने से भक्तों के सभी दुख दूर हो जाते हैं। जिन भक्तों पर भगवान गणेश की कृपा बनी रहती है उन्हें जीवन में हमेशा सफलता हाथ लगती है। यहां जानें इस वर्ष गणेश चतुर्थी किस दिन पड़ रही है। इसके साथ इस लाइव ब्लॉग के माध्यम से देखें गणेश चतुर्थी पर शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, पूजा मुहूर्त, व्रत कथा, आरती व उपाय।
पौराणिक मान्यता और कथाओं के अनुसार, किसी भी व्रत को धारण करने के बाद विधि-विधान से व्रत खोलना ही पारण है। पारण के बिना हर व्रत अधूरा रहता है। इसलिए लोग गणेश चतुर्थी पर भी 10 दिनों का व्रत रख ग्यारहवें दिन इसे खोलते हैं। इसे विधिवत रूप से खोलने के लिए नियम को जानना बेहद जरूरी है।
ऐसा कहते हैं कि भगवान गणेश की पीली और रक्त वर्ण की मूर्ति की उपासना सबसे ज्यादा फलदायी होती है। नीले रंग के गणेशजी को 'उच्छिष्ट गणपति' कहते हैं। वहीं, हल्दी से बनी हुई या हल्दी का लेपन की हुई मूर्ति 'हरिद्रा गणपति' कहलाती है। गणपति की ये मूर्ति कुछ विशेष मनोकामनाओं के लिए शुभ मानी जाती है।