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Hanuman Jayanti 2022 Date, Puja Vidhi, Muhurat: हनुमान जी को भी भूलकर भी न चढ़ाए चरणामृत, हो सकता है अशुभ

Updated Apr 16, 2022 | 05:38 PM IST

Hanuman Jayanti 2022 Date, Puja Vidhi, Shubh Muhurat, Time, Samagri, Mantra: राम भक्त हनुमान का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि पर हुआ था। इस दिन विधि अनुसार भगवान हनुमान की पूजा का विधान है। यहां जानें हनुमान जयंती पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त, आरती, कथा, मंत्र व सामग्री। इसके अलावा जानिए भगवान हनुमानजी को क्यों नहीं चढ़ता है चरणामृत...

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Hanuman Jayanti 2022 Date, Time, Shubh Muhurat, Aarti, Mantra, Katha In Hindi

Hanuman Jayanti 2022 Date, Puja Vidhi, Shubh Muhurat, Samagri List: आज पूरे भारत में हनुमान जयंती की धूम है। भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार संकटमोचन हनुमान ने चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि पर जन्म लिया था। इस दिन को हनुमान जयंती के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, भगवान हनुमान के जन्म का उद्देश्य राम भक्ति था। सीता खोज से लेकर रावण युद्ध और लंका विजय तक हनुमान जी ने हर समय भगवान श्री राम की मदद की थी। मान्यताओं के अनुसार, हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की विधि अनुसार पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ भी प्राप्त होती है। ध्यान रखें कि हनुमान को भूलकर भी चरणामृत न चढ़ाए।

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ऐसी मान्यता है कि हनुमान जयंती पर प्रभु श्री राम की पूजा करने से भी संकट मोचन प्रसन्न होते हैं। इस दिन भगवान के साथ श्री राम की भी पूजा की जाती है। कहा जाता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की पूजा के बिना हनुमान जी की पूजा अधूरी है। जो भक्त, विधि अनुसार भगवान हनुमान की पूजा करता है उसे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। यहां देखे हनुमान जयंती की पूजा के लिए पूजा विधि, मुहूर्त, आरती, मंत्र, कथा व सामग्री।

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Apr 16, 2022  |  05:18 PM (IST)
 हनुमान जी को नहीं चढ़ता चरणामृत

 हनुमान जी को कभी चरणामृत नहीं चढ़ता। ये बात हमेशा ध्यान रखें कि बजरंगबली की पूजा करते समय चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा करने पर इसका परिणाम अशुभ हो सकता है।

Apr 16, 2022  |  04:40 PM (IST)
मंगलवार का दिन भगवान श्री हनुमान का

मंगलवार का दिन भगवान श्री हनुमान का दिन माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार मंगलवार का दिन बहुत ही कल्याणकारी और शुभ माना गया है। इस दिन भगवान श्री हनुमान के भक्त उनकी पूजा आराधना उपवास रखकर करते है। ऐसी मान्यता है, कि इस दिन भगवान श्री हनुमान अपने भक्तों की हर हर मुरादों को पूरी करते है।

Apr 16, 2022  |  04:11 PM (IST)
अंजनगर्भसमभूता, अशोकावाणिकचित्रे

31. अंजनगर्भसमभूता- जो अंजना के गर्भ से पैदा हुए हो 

32. अशोकावाणिकचित्रे- जिसने रावण के अशोक बाग को नष्ट कर दिया।

33. अक्षांत्र्रे - अक्षय को मारने वाले

34. भविष्य चतुराना- जो भविष्य के प्रति जागरूक हो।

35.  दशभवे - जिनके पास दस सशस्त्र हो।

36. धीरा- साहसी

38. दैत्यकुलान्तक- दानव कुल का नाश करने वाले

39. दैत्य कार्या Vidyhyataka- दानव कुल का नाश करने वाले

40. धचता व्रता- जो कठोर अनुशासन का पालन करते हो।

41. गंधर्व विद्या तत्वांगना- जो आकाशीय प्राणियों की कला का विशेषज्ञ हो।

42. हनुमंता- जिनका फूला हुआ गाल हो।

43. कबालिकृता- जिन्होनें सूरज को निगल लिया है।

44. कपिसेनानायका- जो बंदरों के सेना प्रमुख है।

45. केसरी नंदन-  जो केसरी का पुत्र है।

46. कलानेमि Pramathana- कलानेमि असुर को मारने वाले

47. हरिमर्कट मर्कट- वानरों के स्वामी।

48. कराग्रहविमोक्त्रे- जो कारागृह से मुक्त करते है।

49. लंकिनी भंजना- जिन्होंने लंका की संरक्षक परी लंकनी का वध किया था।

50. लोकपूज्य- जिनकी सभी पूजा करते है।

51. मारुति- जो पवन देव के पुत्र है।

52. महात्मने- जो सर्वोच्च है।

53. महावीर- जो सबसे साहसी है।

54. महाबल परिक्रमा- बड़ी ताकत वाले।

55. प्रागन्य- महान विद्वान

56. प्रसन्नात्मने- हंसमुख स्वभाव वाले 

57. परविद्या परिहार-  जो अपने शत्रुओं का ज्ञान नष्ट कर देते है।

58. पिंगलक्ष- जिनकी आँखें गुलाबी है।

59. पंचवक्त्र- जिनके पांचों मुंह एक समान हो।

60. संकटमोचन- सभी दुखों और बाधाओं का निवारण करने वाले

61. सर्वलोकचारिन- जो आसानी से पूरी दुनिया की यात्रा कर सकते है।

62. सर्वग्रहघरा- जो सभी रोगों को ठीक करता है।

63. सागरोथरका- जो समुद्र पर छलांग लगाते है।
 

Apr 16, 2022  |  03:39 PM (IST)
हनुमान जी के नाम और उनके अर्थ

1. अंजनी - माता अंजना के पुत्र

2. बजरंगबली- एक हाथ और पैर के साथ शक्तिशाली प्रकाश 

3. दीनबन्धवे- असहायों की सहायता और सुरक्षा करने वाले

4. कलनभा- जो अमर है

5. महाधातु-  जो सबसे उज्ज्वल 

6. मनोजव- जो मन से भी तेज है यानी मन से भी जिसकी गति तेज है 

7. पवनपुत्र- पवन देवता के पुत्र

8. रामभक्त- राम के भक्त

9. सर्वमायाविभंजना- सभी भ्रमों का नाश करने वाले

10. रामदूता- राम के दूत

11. संजीवननगाहत्रे- संजीवनी पहाड़ को ढोने वाले

12. सर्वरोगहरा-  सभी बीमारियों को ठीक करनेवाले वाले

13. शूरा- वीर

14. वाग्मीन- एक बेहतरीन वक्ता

15. वर्धिमनकापूजीता- जिसकी पूजा Mainaka द्वारा की जाती है।

16. विजयेन्द्रिय- जिन्होनें सभी इंद्रियों पर विजय पा लिया हो

17. सर्वदुखहारा- सभी चिंताओं को दूर करने वाले

18. वज़रानखा- बहुत मजबूत नाखूनों वाले

19. मांरूतात्माजा- जो वायु देवता से उत्पन्न हुआ हो

20. महाकाय- विशाल

21. कुमारब्रह्मचारिन-  जो युवा और ब्रह्मचारी है

22. कपीश्वर- बंदरों के भगवान

23. दीनबंधुवा- दल का रक्षक

24. चतुर्भुव- चार सशस्त्र

25. भीमसेनासाहायकृते-  भीम की मदद करने वाले

26. बाल भीम- जो सबसे शक्तिशाली है

27. विभीषण प्रियकारा- जो विभीषण द्वारा उच्च माने जाते है।

28. कामरूपिन- जो अपनी इच्छानुसार अपना रूप बदल सकते है 

29. सुग्रीव सचिवा-  जो सुग्रीव के मंत्री है।

30. प्रतापवत-  जो सबसे बहादुर है।

Apr 16, 2022  |  02:44 PM (IST)
हनुमान जी की पूजा में ना करें ये गलतियां 

हनुमान जी की पूजा में कभी भी चरणामृत शामिल ना करें। इसके साथ जो भक्त बजरंगबली की पूजा कर रहा है उसे इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। हनुमान जयंती पर पूजा के समय काले और सफेद रंग के कपड़े ना पहनें।

Apr 16, 2022  |  01:44 PM (IST)
Hanuman Jayanti 2022 Upay

आज हनुमान जयंती पर नारियल के उपाय से आप बजरंगबली को प्रसन्न कर सकते हैं। इस दिन नारियल को अपने ऊपर से सात बार वार कर हनुमान मंदिर में बजरंगबली के सामने फोड़ दीजिए। ऐसे करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। 
 

Apr 16, 2022  |  01:05 PM (IST)
Hanuman Jayanti 2022 Puja:

आज हनुमान जयंती पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा जरूर करें। आज चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि है। इस दिन विष्णु जी और माता लक्ष्मी की पूजा करना कल्याणकारी माना जाता है। 

Apr 16, 2022  |  12:45 PM (IST)
Hanuman Jayanti 2022 Mantra: इस दिन करें इन मंत्रों का जाप

ॐ तेजसे नम:

ॐ प्रसन्नात्मने नम:

ॐ शूराय नम:

ॐ शान्ताय नम:

ॐ मारुतात्मजाय नमः

Apr 16, 2022  |  12:12 PM (IST)
Hanuman Jayanti 2022 Upay: क्यों करना चाहिए इस दिन राम रक्षा स्तोत्र का पाठ

हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान के साथ श्री राम और माता सीता की भी पूजा करनी चाहिए। इस दिन राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करना लाभदायक माना गया है। कहा जाता है इसका पाठ करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है, इसके साथ शनि दोष से भी राहत मिलती है। 

Apr 16, 2022  |  11:49 AM (IST)
Hanuman Jayanti 2022 Upay

हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए लोग हनुमान जयंती के दिन कई तरह के उपाय करते हैं। अगर आप भी हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इस दिन हनुमान जी को सिंदूर का चोला जरूर चढ़ाएं। इस उपाय से भक्तों को आरोग्य, सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।

Apr 16, 2022  |  10:43 AM (IST)
भगवान हनुमान की पूजा विधि

हनुमान जयंती के दिन सुबह उठकर और निवृत्त होकर स्नान करें। इसके बाद व्रत करने का संकल्प लें। फिर पूर्व दिशा में भगवान जी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए चौकी पर लाल कपड़ा बिछा दें और मूर्ति स्थापित करें। अब उन्हें फूल से जल अर्पित करें और पीली रोली या चंदन लगाएं। अक्षत चढ़ाते हुए उन्हें भोग लगाएं और जल अर्पित करें। अंत में दीपक जलाकर पूजा करें। इस दौरान हनुमान जी के मंत्र, सुंदरकांड और चालीसा का पाठ करें और आरती अवश्य करें। 

Apr 16, 2022  |  10:18 AM (IST)
कैसे रखें चैत्र पूर्णिमा का व्रत? (Chaitra Purnima 2022 Vrat Vidhi)

चैत्र पूर्णिमा के दिन नित्य क्रियाओं से निवृत्त हो जाएं। अगर संभव है तो इस दिन पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करें। अगर आप पवित्र नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं तो अपने स्नान करने के जल में गंगाजल जरूर मिला लें और व्रत का संकल्प लें। कहा जाता है इस दिन नदी, तीर्थ, सरोवर या जल कुंड में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके बाद भगवान सत्यनारायण की पूजा करें और पूरा दिन व्रत रखें। रात में चंद्र देव के दर्शन और पूजा करने के बाद उन्हें अर्घ्य अवश्य दें। अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण करें। इस दिन दान करने का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है। चैत्र पूर्णिमा जैसी भाग्यशाली तिथि पर महालक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करना विशेष लाभकारी और उत्तम माना गया है। 

Apr 16, 2022  |  09:46 AM (IST)
श्री हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti Hindi Mein)

आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।

जाके बल से गिरिवर कांपै।
रोग दोष जाके निकट न झांपै।। 

अंजनी पुत्र महा बलदाई।
सन्तन के प्रेम सदा सहाई।।

दे बीरा रघुनाथ पठाये।
लंका जारि सिया सुधि लाये।।

लंका सो कोट समुद्र सी खाई।
जात पवनसुत बार न लाई।।

लंक जारि असुर संहारे।
सिया रामजी के काज संवारे।।

लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे।
आनि सजीवन प्रान उबारे।।

पैठि पताल तोरि जम कारे।
अहिरावन की भुजा उखारे।।

बायें भुजा असुर दल मारे।
दहिने भुजा सन्तजन तारे।।

सुर नर मुनि आरती उतारे।
जै जै जै हनुमान उचारे।।

कंचन थार कपूर लौ छाई।
आरती करत अंजना माई।।

जो हनुमान जी की आरती गावै।
बसि बैकुंठ परम पद पावै।।

लंक विध्वंस किये रघुराई।
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई।।

आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।

Apr 16, 2022  |  09:17 AM (IST)
Hanuman Jayanti 2022 Katha In Hindi

दूसरे पौराणिक कथा के अनुसार राजा दशरथ ने संतान प्राप्ति के लिए यज्ञ रखा था। तब उस यज्ञ से प्राप्त हवि राजा दशरथ की पत्नी खाकर गर्भवती हुईं। हवि के कुछ अंश को एक गरुड़ लेकर उड़ गया और वह जिस जगह उसे गिराया वहां अंजना माता पुत्र की प्राप्ति के लिए तपस्या कर रहे थी। गरुड़ के गिराए गए हवि को अंजना माता ने भगवान का आशीर्वाद समझ कर उसे खा लिया। जिसकी वजह से माता अंजनी गर्भवती हुई और उन्होंने भगवान श्री हनुमान को जन्म दिया।

Apr 16, 2022  |  08:52 AM (IST)
Hanuman Jayanti 2022 Katha

तब ऋषि दुर्वासा ने अप्सरा से कहा कि अगले जन्म में तुम्हारी शादी बंदरों के देवता से होगी। साथ ही तुम्हारा पुत्र भी बंदर होगा। अगले जन्म में माता अंजनी की शादी भगवान केसर से हुई। अगले जन्म में माता अंजनी के गर्व से भगवान श्री हनुमान का जन्म हुआ।

Apr 16, 2022  |  08:02 AM (IST)
Hanuman Jayanti 2022 Shubh Muhurat: देखें आज का पंचांग
दिनांक 16 अप्रैल 2022  
दिवस शनिवार
माह चैत्र, शुक्ल पक्ष
तिथि पूर्णिमा 
सूर्योदय 06:04 am
सूर्यास्त 06:42 pm
नक्षत्र हस्त
सूर्य राशि मेष
चन्द्र राशि कन्या 08:21 pm तक फिर तुला
करण विष्टि
योग

हर्षण

Apr 16, 2022  |  07:31 AM (IST)
Hanuman Jayanti 2022 Significance: हनुमान जयंती का महत्व

आज पूरे भारत में हनुमान जयंती की धूम है। चैत्र माह के शुक्ल की पूर्णिमा तिथि पर संकटमोचन हनुमान का जन्म हुआ था। इस दिन विधि अनुसार पवन पुत्र की पूजा करने से भक्तों को किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता है। जिस भक्त पर हनुमान जी की कृपा बरसती है, उस व्यक्ति की किस्मत चमकने में देर नहीं लगती है। हनुमान जी की पूजा करने वाले लोगों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। 

Chandrayaan 3